हमीरपुर|
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के रोहिन कुमार को मरणोपरांत सेना मेडल अलंकृतकिया गया है।
रोहिन कुमार अगस्त 2020 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए थे। अदम्य साहस और विशिष्ट वीरता के लिए मिला यह मेडल रोहिन के पिता रसील सिंह ने बीते बुधवार को उधमपुर में आयोजित सेना के एक कार्यक्रम में लिया है।
उपमंडल नादौन के गलोड़ खास गांव के 24 वर्षीय रोहिन कुमार 14 पंजाब रेजिमेंट में सेवारत थे जम्मू-कश्मीर के पुंछ सैक्टर में तैनात थे। नियंत्रण रेखा पर युद्ध विराम का उल्लंघन कर पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में रोहिन कुमार जब आतंकियों पर अपनी मीडियम मशीनगन से आक्रमण कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें गोली लग गई। घायल अवस्था में भी रोहिन अदम्य साहस का परिचय देते हुए आतंकियों से लोहा लेते रहे और फायरिंग करते रहे। इसी बीच देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हुए वह शहीद हो गए थे।
रोहिन 2016 में 14 पंजाब रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इकलौते बेटे की शहादत ने जहां परिवार को पूरी तरह से तोड़ दिया, वहीं परिजनों को रोहिन के अदम्य साहस और वीरता पर गर्व भी है। उनकी एक बहन है, जिनकी शादी हो चुकी है। रोहिन अविवाहित थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बदारन में और उच्च शिक्षा अपर हड़ेटा में हुई थी। हमीरपुर कॉलेज से रोहिन ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी।