प्रजासत्ता|
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट में छ: महिलाएं जिंदा जल गई, साथ ही 14 लोग घायल हैं। इनमें भी 12 महिलाएं हैं। हादसे के बाद पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 286, 304ए व एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। वही अवैध पटाखा फैक्टरी में ब्लास्ट मामले की निष्पक्ष जाँच के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने एसआईटी बनाई गई है।
डीआईजी(एनआर) सुमेधा द्विवेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है। एसआईटी में कमांडेंट प्रथम आईआरबीएन बनगढ़ विमुक्त रंजन और एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर को शामिल किया गया है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू की ओर से जारी आदेशों के तहत एसआईटी मामले की पेशेवर और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी। साथ ही मामले की विस्तृत व तेजी से जांच कर इसकी प्रगति के संबंध में समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को सूचित करेगी। मंगलवार को हादसे के बाद देर शाम यह आदेश जारी हुए हैं।
बता दें कि मंगलवार सुबह ऊना के बाथू में अवैध पटाखा फैक्टरी में 10 बजे विस्फोट हो गया था। हादसे में मां-बेटी समेत छह महिला कामगार जिंदा जल गईं, जबकि 14 अन्य झुलस गए। घायल 11 कामगार पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किए गए, जबकि तीन का इलाज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चल रहा है। घायलों में 12 महिलाएं और दो पुरुष हैं। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 286, 304ए व एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।