प्रजासत्ता|
हिमाचल में डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। कांगड़ा के टांडा मेडिकल कालेज में कोरोना पीडि़त युवती का मई में सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली भेजा था। जांच रिपोर्ट में उसके सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा डेल्टा प्लस वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैलता है।
प्रदेश की आठ कोरोना जांच प्रयोगशालाओं से 1113 सैंपल कोविड के विभिन्न स्ट्रेन का पता लगाने के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इनमें से उक्त युवती के सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में पाए गए कोविड स्ट्रेन का नाम डेल्टा दिया है। अभी तक प्रदेश में यूके स्ट्रेन के साथ अन्य देशों के स्ट्रेन भी पाए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने टांडा मेडिकल कालेज से जांच के लिए दिल्ली भेजे सैंपल में एक युवती डेल्टा प्लस वैरिएंट पाए जाने की पुष्टि की है। हालांकि उक्त युवती अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है। प्रदेश में अभी तक करीब 80 डेल्टा वैरिएंट के मामले मिल चुके हैं।