धर्मशाला |
रूस और यूक्रेन में भले ही युद्ध चल रहा है, लेकिन इस बीच हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में दोनों देशों के युवक-युवती ने शादी के बंधन में बंधकर इस दुश्मनी को खत्म करने का संदेश देने का प्रयास किया है। बता दें कि रूस के दूल्हे व यूक्रेन की दुल्हन ने खनियारा में खड़ौता के राधा कृष्ण मंदिर में दो अगस्त को हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी के बाद धर्मशाला में अपना विवाह पंजीकरण करवाया।
रूस में जन्मे सिरगी नोविका व यूक्रेन की रहने वाली एलोना ब्रोमोका ने स्पेशल मेरिट एक्ट के तहत शादी पंजीकरण करवा ली। रूस के सिरगी नोविका ने अब इजरायल की राष्ट्रीयता ग्रहण कर ली है। नवदंपती हिंदू धर्म व देवी देवताओं में भी आस्था रखते हैं, इसलिए हिंदू धर्म के मुताबिक विवाह किया है। दूल्हा बैंड बाजे के साथ बरात लेकर आया। दुल्हन पक्ष की ओर से हिंदू रीति रिवाज से वेद सजाई गई थी। कन्यादान और सात फेरे हुए। वहीं, शादी के बाद कांगड़ा धाम का भी आयोजन किया गया।
मंगलवार को बरात लेकर आया और यूक्रेन की युवती के साथ खनियारा के खड़ौता स्थित नारायण मंदिर दिव्य आश्रम में सात जन्मों के पवित्र बंधन में बंध गया। आश्रम में पंडित संदीप शर्मा की मौजूदगी में स्थानीय निवासी विनोद शर्मा व उनके परिवार ने कन्यादान कर सभी वैवाहिक रस्मों को पूरा किया। पंडित रमन शर्मा ने मंत्रोच्चारण के साथ विवाह की सभी रस्में व रीति रिवाज करवाए। दोनों मौजूदा समय में पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के धर्मकोट में रहते हैं। पिछले दिनों ही युद्ध के दौरान ही दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों देशों के माहौल को देखते हुए धर्मशाला में शादी करने का निर्णय लिया।
इसके बाद विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन किया था, आज उन्हें विवाह पंजीकरण पत्र प्राप्त हो गया है। नवदंपती विवाह करके काफी खुश है। हिंदू रीति रिवाज से विवाह की रोमांचक यादें उनके साथ हैं। बताया जा रहा है कि धर्मशाला एसडीएम कार्यालय में 106 शादियां इस वर्ष पंजीकृत हुई हैं। इनमें 40 फीसद विवाह विदेशियों व तिब्बतियों ने पंजीकृत करवाए हैं। एसडीएम शिल्पी वेक्टा ने विवाह पंजीकरण की पुष्टि की है।