शिमला ब्यूरो |
हिमाचल चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने 10 गारंटियों का दांव खेला है, लेकिन इन गारंटियों को जनता के बीच ले जाना कांग्रेस के लिए चुनौती है, क्योंकि पार्टी संगठन में बिखराव और गुटबाजी है। पार्टी से नाराज कार्यकर्त्ता और नेता ही पार्टी के खिलाफ बगावत कर रहे हैं। अपना अस्तित्व बचाने में जुटी कांग्रेस की चिंता कम होती नज़र नहीं आ रही है। इसी बीच पार्टी के खिलाफ बगावत करने वालों को कांग्रेस के चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह ने चेतावनी दी है।
सुक्खू ने विरोध करने वाले युवा कांग्रेसियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी युवा कार्यकर्ता अनुशासन में रहकर पार्टी का साथ दें। अगर किसी ने बगावत करनी है तो जल्द अपनी स्थिति स्पष्ट करें। चौपाल से सुभाष मंगलेट की नाराजगी पर सुक्खू ने कहा कि टिकट तो किसी एक को ही मिलता है। पार्टी के हित में सभी को काम करना चाहिए ।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुक्खू ने कहा कि आज मतदान के माध्यम से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है। कांग्रेस ही देश की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है। जो लोग खुद बड़ी पार्टी होने का दावा करते हैं वहां आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है और आंतरिक लोकतंत्र खत्म होते ही तानाशाही की शुरूआत हो चुकी है। कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र भी है, आंतरिक विरोध भी होता है लेकिन हम समय और परिस्थितयों के अनुसार उसका निपटारा कर लेते हैं।
बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए आज मतदान हो रहा है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मतदान जारी है।
इसी के चलते कांग्रेस के चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू वहां मतदान करने पहुंचे