प्रजासत्ता|
हिमाचल प्रदेश जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में नेशनल हाईवे-3 पर हिमस्खलन हुआ है। घाटी के रोपसांग, मूलिंग नाला सहित 5 स्थानों पर रास्ते बंद होने से पांगी से कुल्लू आ रहे 60 यात्री लाहौल घाटी में फंस गए हैं। घाटी में फंसे सभी यात्रियों को देर रात 11:00 बजे तक रेस्क्यू करके जिला मुख्यालय केलांग पहुंचाया गया, जहां उन्हें नए सर्किट हाउस में ठहराया गया है। यहां उनकी खाने-पीने की व्यवस्था आपदा प्रबंधन और प्रशासन की तरफ से की गई है।
यह लोग पांगी से 5 वाहनों में सवार होकर कुल्लू आ रहे थे इन 60 लोग, जिसमें 35 पुरुष 19 महिलाएं और 6 बच्चे शामिल थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस और बीआरओ की रेस्क्यू टीम उन्हें निकालने के लिए पहुंची। उन्हें जिला मुख्यालय केलांग पहुंचाया गया है। हालांकि, रोपसांग नाला के पास का रास्त बीआरओ जवानों ने देर रात को ही साफ कर दिया था, लेकिन आगे के रास्ते अभी साफ नहीं हो पाए हैं। बुधवार सुबह मार्ग को बहाल करने का कार्य आरंभ कर दिया गया है और माइनस 15 डिग्री तापमान में भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
एसपी लाहौल स्पीति मानव वर्मा ने बताया कि मंगलवार देर रात बीआरओ ने रोपसांग नाले के पास रास्ता मलबा हटाकर क्लीयर कर दिया है। बुधवार सुबह आगे का रास्ता साफ कारने का कार्य बीआरओ ने फिर से शुरू कर दिया है। देर रात तक चले रेस्क्यू अभियान में बीआरओ और पुलिस जवानों ने -15 डिग्री तापमान में वाहनों में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित जिला मुख्यालय केलांग पहुंचाया, जहां उनके ठहरने की व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की गई है। सभी लोग सुरक्षित हैं और मार्ग बहाल होने के बाद सभी यात्रियों को मनाली की तरफ भेजा जाएगा। लाहौल स्पीति प्रशासन ने कुल्लू और लाहौल के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है।