धर्मशाला|
हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान विधायकों ने फिर वाहन पर झंडी की मांग उठाई है। यह मांग कांग्रेस के विधायक जगत सिंह नेगी ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि आज एक जिला परिषद अध्यक्ष, सेशन जज, वाइस चांसलर्स के पास भी झंडी है तो विधायकों को झंडी देने में क्या दिक्कत है। इसमें कौन सा सरकार का पैसा खर्च होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधायक संस्था लगातार कमजोर हो रही है। इसे बचाने के लिए सदन में पक्ष और विपक्ष दोनों को मिल बैठकर सोचना होगा। उन्होंने अंग्रेजों के समय की प्रशासनिक प्रणाली को बंद करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि आज विधायकों को अपना काम करवाने के लिए डीसी कार्यालय में लाइनों में लगना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आज विधायकों के पास इतनी ताकत नहीं है कि वे जनता की समस्या का हल आसानी से कर सकें। उन्होंने प्रदेश में कलेक्टरी सिस्टम को खत्म करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में किसी भी कानून पर संशोधन लाने से पहले विधायकों की राय जानने की बात भी कही। साथ ही कहा कि सत्ता का विकेंद्रीकरण किया जाना चाहिए। विधानसभा क्षेत्र में विधायक क्षेत्र विकास परियोजना शुरू की जानी चाहिए और इसके बजट निर्धारण में विधायक की भूमिका सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से विधायकों को झंडी देने के मामले में जल्द निर्णय लेने की बात कही।