प्रजासत्ता|
हिमाचल उपचुनाव में तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए मुश्किलें कम होती नही दिखाई दे रही है| भाजपा भले ही दो सीटों पर बागियों को चुनाव न लड़ने के लिए मनाने में कामयाब रही है| लेकिन पार्टी में बगावत के सुर अभी भी फुट रहे हैं|
अर्की से पूर्व विधायक गोविंद शर्मा ने जहाँ साफ कहा है कि वह अर्की में भाजपा के लिए प्रचार नहीं करेंगे, पार्टी अर्की के अलावा कहीं भी भेज सकती है| वहीं, फतेहपुर में टिकट के दावेदार कृपाल सिंह परमार का दर्द टिकट ना मिलने पर एक बार फिर दर्द छलका है|
दरअसल, बीते दिन सोशल मीडिया पर, एक ट्वीट में आरएसएस नेता और हिमाचल राज्य भाजपा के संगठन सचिव पवन ने कहा, “भाग्य के दरवाजे के खिलाफ सिर रौंदने के बजाय भाग्य का दरवाजा खोलने के लिए कर्म का तूफान बनाना चाहिए|” इस पर जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार ने कहा, “आदरणीय पवन जी 2022 में कर्मों की आंधी बनाने के लिए सैकड़ों आएंगे, धैर्य रखिए|”
इस पोस्ट के वायरल होने के बाद एक बार फिर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है|इससे पता चलता है कि भाजपा के लिए सब कुछ ठीक नहीं है| जहाँ दो सीटों पर भाजपा ने जनता को दिखाने के लिए बागियों को शांत तो कर दिया है, लेकिन मामला असल में शांत नहीं हुआ है, बल्कि और बिगड़ गया है| हालांकि इस बारे में अभी कोई अन्य प्रतिक्रिया नही आई है| हो सकता है विवाद दबाने के लिए अकाउंट हेचोनी की बात भी समाने आ सकती है|