शिमला ब्यूरो।
हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बने 3 सप्ताह हो गए हैं, मगर अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पाया। लगातार किसी ना किसी पेच की वजह से कैबिनेट गठन में देरी हो रही है। अब सीएम सुखविंदर सिंह (CM Sukhvinder Singh Sukhu) दिल्ली जा रहे हैं। वह सोमवार दोपहर बाद मनाली से सीधे दिल्ली जाएंगे और आलाकमान और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात करेंगे। इस दौरान कैबिनेट में शामिल होने वाले नामों पर अंतिम मोहर लगेगी।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू मंत्री पद के दावेदारों से निरंतर बातचीत कर रहे हैं और कुछ को स्पीकर व डिप्टी स्पीकर बनने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। मगर, कोई भी नेता खुशी-खुशी स्पीकर नहीं बनना चाहता। अब गेंद पार्टी हाईकमान और मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के पाले में है।
राज्य में अधिकतम 10 मंत्री बनने हैं, जबकि दावेदार 19 से ज्यादा हैं। हैरानीजनक बात ये है कि कांग्रेस विधायक विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनने में कोई खास रुचि नहीं दिखा रहे हैं। आलम ये है कि पार्टी में जिन वरिष्ठ विधायकों के नामों की विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए के लिए चर्चा हो रही है वह बहाने बना कर इन पदों से खुद को दूर रखने का प्रयास कर रहे हैं।
14 वीं विधान सभा के पहले सत्र में 5 जनवरी को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव होना है। बावजूद इसके प्रथम सत्र से पहले अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के दावेदारों के बजाय मंत्रिमंडल में जगह पाने वाले संभावित नेताओं के ही नामों की चर्चा है। बहरहाल प्रदेश की 14 वीं विधान सभा का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कौन होगा, यह 5 जनवरी को साफ हो जाएगा।
बता दें कि शिमला से 2 या 3 मंत्री लगने हैं, जबकि यहां दावेदार 5 रोहित ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह, कुलदीप राठौर, अनिरुद्ध सिंह औ ML ब्राक्टा है। सोलन जिले एक मंत्री बनेगा, जबकि यहां से दावेदार 3 धनीराम शांडिल, संजय अवस्थी और राम कुमार माने जा रहे हैं। सिरमौर से एक मंत्री बनना है और रेस में हर्षवर्धन चौहान आगे हैं। बिलासपुर के राजेश धर्माणी, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, हमीरपुर से राजेंद्र राणा, कांगड़ा से चंद्र कुमार, सुधीर शर्मा, संजय रत्न, आशीष बुटेल, आरएस बाली, चंबा से कुलदीप पठानिया, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर का नाम चर्चा में है।