शिमला|
हिमाचल प्रदेश की कर्ज में डूबी हुई सरकार के लिए राहत की बात यह है कोरोना संकट के बावजूद प्रदेश में जीएसटी संग्रहण की रफ्तार अच्छी होने लगी है। जीएसटी में बढ़ोतरी से कोविड से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है। राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के मुताबिक हिमाचल में बीते साल के मुकाबले इस बार जीएसटी संग्रहण में 38 फीसदी का इजाफा हुआ है।
राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के जनवरी माह तक प्रदेश में 3745.32 करोड़ का जीएसटी संग्रहण हुआ है। यह बीते वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की 2716.75 करोड़ की राशि से 38 फीसदी ज्यादा है। विभाग ने बीते जनवरी महीने में 427.72 करोड़ रुपए एकत्रित किए हैं, जबकि जनवरी 2021 में 346.30 करोड़ रुपए जीएसटी संग्रहण हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आबकारी विभाग के आयुक्त यूनुस ने बताया कि जीएसटी राजस्व में सकारात्मक वृद्धि विभाग द्वारा रिटर्न फाइल करने वालों पर विशेष निगरानी, इन-ट्रांजिट वस्तुओं के सत्यापन में वृद्धि, विश्लेषणात्मक रिपोर्ट का बेहतर उपयोग और राज्य मुख्यालय द्वारा फील्ड के अधिकारियों के प्रदर्शन की निगरानी के परिणामस्वरूप हुई है। जीएसटी की बिजनेस इंटेलिजेंस टूल आधारित रिपोर्टों द्वारा राज्य और केंद्रीय कर प्रशासन को कर की चोरी करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने में मदद मिली है। इसके परिणामस्वरूप राजस्व में वृद्धि हुई है।