प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल में विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। हिमाचल कांग्रेस के दो विधायक पवन काजल और लखविंद्र राणा भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने नई दिल्ली में सदस्यता दिलाई और पार्टी में उनका स्वागत किया।
कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक पवन काजल ने कहा कि वह अपने क्षेत्र के लोगों की भावना के अनुरूप भाजपा में आए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में देश विश्व गुरु बनने की ओग अग्रसर है। पवन काजल का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए इसे बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि दो बार के विधायक पवन काजल को ओबीसी समुदाय के बड़े नेता के तौर पर देखा जाता हैं। कांगड़ा जिला में उनके भाजपा से शामिल होने से यहां के सियासी समीकरण बदल सकते हैं क्योंकि कांगड़ा जिला ही हिमाचल की सत्ता की चाबी किसे देनी है, यह तय करता है।
वहीँ सोलन जिला के नालागढ़ विधानसभा हल्के दो बार के विधायक लखविंद्र राणा ने 17 साल तक कांग्रेस का साथ निभाने के बाद पार्टी का साथ छोड़ दिया है। लखविंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश और प्रदेश में परिवारवाद से घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आम आदमी को कभी भी देश व प्रदेश में अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा के देश के प्रति समर्पण की भावना को देखते हुए उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है।