प्रजासत्ता|
हिमाचल प्रदेश डिपो में मिलने वाला राशन दिन-ब-दिन महंगा हो रहा है| आलम यह है कि अब लोग डिपो से राशन लेने से कतराने लगे हैं| लेकिन कोरोना संकट के बीच अब लोगों पर सस्ते राशन पर भी महंगाई की मार पड़ गई है| हिमाचल के राशन डिपो में दालें पांच से 16 रुपये महंगी मिलेंगी| वहीँ तेल की कीमतों में भी भरी इजाफ़ा हुआ है|
बता दें कि दालों का नया स्टॉक पहुंच गया है और इसके साथ ही बढ़े हुए दाम लागू हो गए हैं| दाल चना और मलका मसूर के दाम बढ़े हैं| हर राशन कार्ड धारक को तीन दालें हर माह प्रदान की जा रही हैं| इसमें बीपीएल, एपीएल और आयकरदाताओं के लिए अलग दाम निर्धारित हैं| माश और मूंग की दाल कई डिपो से गायब हैं| इनकी सप्लाई अभी आनी है|
दाम बढ़ने के बाद चना दाल बीपीएल के लिए 45 रुपये प्रति किलो, एपीएल के लिए 55 और आयकरदाता को 76 रुपये प्रति किलो मिलेगी| वहीं, मलका दाल बीपीएल के लिए 60 रुपये, एपीएल के लिए 70 और आयकरदाता को 88 रुपये प्रतिकिलो मिलेगी,
वहीँ जून से लोगों को डिपो में 57 रुपये प्रतिलीटर सरसों का तेल महंगा मिलेगा| हिमाचल प्रदेश सरकार ने हरियाणा की सरकारी एजेंसी हैफेड के साथ एक महीने के लिए सरसों तेल का शार्ट टेंडर कर सप्लाई के लिए ऑर्डर भी जारी कर दिया है| 27 मई से एजेंसी सप्लाई भेजना शुरू कर देगी| एपीएल राशन कार्ड उपभोक्ताओं को डिपो में अभी 103 रुपये प्रति लीटर सरसों तेल दिया जा रहा है| अगले महीने 160 रुपये प्रतिलीटर चुकाने होंगे, जबकि बीपीएल राशनकार्ड धारकों को 155 रुपये चुकाने होंगे|
गौर हो कि कोरोना काल में लोगों के आय के संसाधन सीमित हो रहे हैं| ऐसे में हर कोई दो-दो पैसे की बचत करने में जुटा है लेकिन हर रोज बढ़ती महंगाई में लोग चाहकर भी बच भी बचत नहीं कर पा रहे हैं और वहीं सस्ते राशन के भाव भी बढ़ गए हैं| एक तरफ कोरोना काल की मार और दूसरी तरफ आय ना होना, ऊपर से पेट भरने के लिए राशन के आसमानी भाव ने आम लोगों का बजट बिगाड़ दिया है|