प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना अब मुख्य न्यायाधीश होंगी। न्यायमूर्ति सबीना हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठतम जज हैं। वह मुख्य न्यायाधीश अमजद ए. सैयद की रिटायरमेंट के बाद इस पद को संभालेंगी। मुख्य न्यायाधीश अमजद ए.सैयद के 21 जनवरी को रिटायर होने के बाद न्यायमूर्ति सबीना कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के पद पर थीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति सबीना को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश करते हुए इन्हें इस पद के लिए हर लिहाज से उपयुक्त बताया।
न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ए.सैयद की सेवानिवृत्ति के पश्चात अदालत की वरिष्ठम न्यायाधीश सबीना को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था। न्यायमूर्ति सबीना को दूसरी बार उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनने का अवसर मिला था। मूल रूप से पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में नियुक्त न्यायाधीश सबीना की वरिष्ठता को देखते हुए शीर्ष अदालत कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति सबीना को हिमाचल उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश की है।
न्यायमूर्ति सबीना का जन्म 20 अप्रैल 1961 को हुआ था। उन्होंने पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय से अपनी वकालत शुरू की थी। वर्ष 1986 में नयायमूर्ति सबीना को सर्वसम्मति से पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन का सह-सचिव भी चुना गया था। इसके बाद 21 जनवरी 1997 को अतिरिक्त जिला न्यायाधीश के रूप में शामिल हुई। सितंबर 2004 में सत्र न्यायाधीश और 12 मार्च 2008 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुई।
न्यायमूर्ति सबीना 23 फरवरी 2010 को स्थाई न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुई थीं। राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित होने के बाद 11 अप्रैल 2016 को उन्होंने न्यायाधीश का पद ग्रहण किया। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में उन्होंने 8 अक्टूबर 2021 को शपथ ली थी। न्यायमूर्ति सबीना 25 मई 2022 से 22 जून 2022 तक हिमाचल प्रदेश कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश रही हैं। न्यायमूर्ति सबीना का कार्यकाल इसी साल 23 अप्रैल को खत्म होना है।