शिमला|
हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में प्रत्याशियों के नाम वापसी का बुधवार को आखिरी दिन है| ऐसे में जुब्बल कोटखाई से भाजपा से बागी हुई चेतन बरागटा पर सबकी नजरें टिकीं हैं| सबके मन में यही सवाल है कि क्या चेतन बरागटा अपना नामांकन वापस लेंगे| दोपहर बाद तीन बजे तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी|
वहीँ उपचुनाव में भाजपा से बागी हुए चेतन बरागटा नामांकन वापसी के अंतिम दिन बुधवार को अचानक गायब हो गए हैं। भाजपा के बड़े पदाधिकारी बरागटा की खोज खबर में लगे हैं लेकिन उनका पता नहीं लग रहा। मगंलवार शाम पांच बजे से ही बरागटा के दोनों मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा नेता यह कह चुके हैं कि चेतन बरागटा नामांकन वापस ले लेंगे और पार्टी में कोई बगाबत नहीं है। लेकिन बरागटा कहां हैं इसका पता नहीं लग रहा। सूत्रों का कहना है कि कहीं नाम वापसी के लिए दबाव न डाला जाए इसके लिए कुछ समर्थकों के साथ बरागटा भाजपा नेताओं की पहुंच से बाहर चले गए हैं। सूत्रों का कहना है कि चेतन बरागटा नामांकन वापस नहीं लेंगे.
ऐसे में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। अगर चेतन बरागटा नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो जुब्बल कोटखाई उपचुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा। इसका सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा को ही होगा। चेतन बरागटा का पता लगाने के लिए भाजपा ने अपने कार्यकर्ता को फील्ड में उतार दिया है। वहीं, अब पार्टी ने उन्हें निष्कासित करने की तैयारी कर ली है|
भाजपा के बागी चेतन बरागटा से संपर्क टूटा हुआ और उनका फोन बंद है|भाजपा के बड़े नेता उन्हें मिलने के लिए ढूढ रहे हैं ताकि उनपर नाम वापस लेने का दवाब ना बनाया जा सके| अहम बात यह है कि चेतन को यहां से लोगों का काफी सर्मथन भी मिल रहा है| पिता की मौत के बाद मैदान में उतरे चेतन के साथ लोगों की हमदर्दी है और अहम बात यह है कि भाजपा ने उन्हें पहले मैदान में उतरने को कहा और बाद में उनका टिकट काट दिया|
बता दें कि सुबह करीब नौ बजे चेतन बरागटा ने 40 सेकेंड का वीडियो संदेश पोस्ट किया है। वीडियो संदेश में चेतन बरागटा ने दुर्गा अष्टमी पर जनता से आशीर्वाद मांगा है और सभी को शुभकामनाएं भी दी हैं।