शिमला ब्यूरो |
हिमाचल में पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर शिमला में न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों की क्रमिक भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा के मानसून सत्र के आखरी दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और एनपीएस कर्मचारी महासंघ के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रहने के बाद एनपीएस कर्मचारियों ने चौड़ा मैदान में क्रमिक अनशन पर बैठने का फैसला लिया है। कर्मचारियों का कहना है कि यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक ओल्ड पेंशन की बहाली की सरकार घोषणा नहीं करती है।
संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर का कहना है कि सीएम के साथ बैठक शांतिपूर्ण तरीके से हुई, लेकिन सीएम ने हर बार की तरह इस बार भी आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र से बात करके ही वह पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा करेंगे। पिछले 5 साल से इसी तरह से कर्मचारियों को आश्वासन पर आश्वासन दिए जा रहे हैं, जबकि ओल्ड पेंशन बहाली के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ऐसे में भूख हड़ताल करने की सिवाए उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। हम अब इस लड़ाई को निर्णायक तौर पर लड़ना चाहते हैं ताकि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को पेंशन बहाल हो और उनके हित सुरक्षित हो।
गौरतलब है कि हिमाचल में पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर प्रदेश भर से आए हजारों कर्मचारियों ने शनिवार को राजधानी शिमला में महा रैली निकाली। ढोल नगाड़े और तिरंगे झंडे लिए रैली में पहुंचे कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के वाकआउट और चौड़ा मैदान में कर्मचारियों के उग्र होते प्रदर्शन के बाद सरकार ने दोपहर के समय रैली में शामिल कर्मचारी नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। करीब एक घंटे तक सरकार के साथ चली बैठक आखिरकार बेनतीजा रही। बैठक के बाद कर्मचारी नेता वापस रैली स्थल चौड़ा मैदान पहुंचे और अपना आंदोलन जारी रखने का एलान करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए उनका क्रमिक अनशन जारी रहेगा।