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पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रदर्शन : कर्मचारियों का फूटा गुस्सा, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रदर्शन : कर्मचारियों का फूटा गुस्सा, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आज प्रदेशभर से कर्मचारी शिमला में विधानसभा का घेराव करने पहुंचे हैं। प्रदेश भर से एकत्रित हुए हजारों कर्मचारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारी ढोल नगाड़ों और तिरंगे झंडे के साथ रैली में पहुंचे हैं।
कर्मचारियों को पुलिस ने आईएसबीटी क्रॉसिंग के पास रोक दिया। प्रदर्शनकारियों को आईएसबीटी से बालूगंज होते हुए रैली स्थल चौड़ा मैदान तक आने की अनुमति दी गई।

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वहीँ पुलिस ने चौड़ा मैदान में होटल सिसिल के पास बैरिकेडिंग की है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की हैं। एडवाइजरी में पुलिस ने कहा कि NPS रैली में आने वाले सभी कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि जिला प्रशासन द्वारा धरना प्रदर्शन के लिए स्थान अंबेडकर चौक, चौड़ा मैदान चयनित किया गया है। पुलिस ने मंडी, बिलासपुर हमीरपुर, की ओर से आने वाले प्रदर्शनकारियों के वाहनों को तवी चौक से आगे, सोलन की ओर से आने वाले वाहनों को ओल्ड बैरियर से आगे नहीं आने दिया गया।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों में जोश भरा। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने ऐलान किया पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो आंदोलन जारी रहेगा। चुनाव आचार संहिता से एक दिन पहले भी अधिसूचना जारी की तो कर्मचारी सरकार का साथ देंगे। कर्मचारी नेताओं ने मंच से वोट फोर ओपीएस का नारा दिया। अब कर्मचारी निर्णाय लड़ाई लड़ेंगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा पेंशन बहाल नहीं की तो मिशन रिपीट डिलीट होगा। मुख्यमंत्री रैली में आएं नहीं तो कर्मचारी विधानसभा जाएंगे। कर्मचारियों ने कहा यदि आयोध्‍या विवाद सुलझाया जा सकता है, अनुच्‍छेद 370 हटाई जा सकती है तो पुरानी पेंशन बहाल क्‍याें नहीं की जा सकती। यदि जयराम ठाकुर पेंशन बहाली करते हैं तो पेंशन पुरुष कहलाएंगे

गौर रहे कि इससे पहले NPS कर्मचारियों ने शिमला में धरना प्रदर्शन किया था। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी शिमला पहुंचे थे, जिससे पूरा शिमला जाम हो गया था। इससे आम लोगों को तो दिक्कत का सामना करना पड़ा था। साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों और अस्पताल जाने वाले मरीजों को भी परेशानी हुई थी। बता दें कि सदन के भीतर ओपीएस को लेकर हंगामे हुआ तो सदन के बाहर प्रदेशभर से 2002 के बाद भर्ती हजारों कर्मचारी विधानसभा के घेराव को पहुंच रहे हैं। कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।

Tek Raj

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