शिमला|
हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में पकड़े गए अभ्यर्थियों पर ब्लैक लिस्ट होने की तलवार लटक चुकी है। ऐसे में अब पकड़े गए अभ्यर्थियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लग गई है। इस मामले में पकडे गए अभ्यर्थियों को अगर कोर्ट से क्लीन चीट नहीं मिलती है तो भविष्य में ये कभी भी सरकारी टेस्ट नहीं दे पाएंगे।
अगर न्यायालय ने अभ्यर्थियों को क्लीन चीट दे दी और उन्हें आरोपी नहीं बनाया तो यह दोबारा से सरकारी पेपर दे सकेंगे। अगर कोर्ट ने इन्हें आरोपी बना दिया तो यह पेपर नहीं दे पाएंगे। ऐसे में इन सभी पर ब्लैक लिस्ट की तलवार लटक गई है। अब देखना यह है कि कोर्ट से अभ्यर्थियों को लेकर क्या निर्णय आता है।
गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में पकड़े गए अभ्यर्थीयों ने यह कबूल कर लिया है कि पेपर उन्हें परीक्षा से पहले रटाया गया था। जांच में यह भी खुलासे हुए हैं कि पेपर हिमाचल से बाहर उन्हें पढ़ाया गया, जिसके बाद उन्होंने परीक्षा दी और टॉपर बने। जांच में यह भी सामने आया है कि जिन्होंने पुलिस परीक्षा में टॉप किया उन्हें सीएम के गृह जिला और देश के गृह मंत्री तक का नाम पता नहीं है।
बता दें कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में अभी तक 100 के करीब आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। एसआईटी अभी तक 63 अभ्यर्थियों को पकड़ चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां कांगड़ा जिला में हुई हैं। इसके बाद सोलन जिला में सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं।