शिमला|
देश की हॉकी टीम को 1964 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में गोल्ड दिलाने वाले भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान चरणजीत सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। चरणजीत सिंह हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले से ताल्लुक रखते थे। हिमाचल प्रदेश केसीएम जयराम ठाकुर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
ऊना से पूर्व हॉकी खिलाड़ी और 1964 ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहे, पद्मश्री व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित चरणजीत सिंह जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवार को संबल प्रदान करें।
ॐ शांति! pic.twitter.com/i4WlJxGZYF
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) January 27, 2022
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ऊना से संबंध रखने वाले पूर्व हॉकी खिलाड़ी और 1964 ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहे, पद्मश्री व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित चरणजीत सिंह जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
हिमाचल का गौरव बढ़ाने में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवार को संबल प्रदान करें।”
ॐ शांति!
बता दें कि भारतीय हॉकी टीम की कमान संभालते हुए ऊना के मैड़ी के रहने वाले चरणजीत सिंह ने देश को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलवाया था। ऊना के मैड़ी में 3 फरवरी 1931 को जन्मे चरणजीत सिंह ने टोक्यो ओलंपिक 1964 में इतिहास रच दिया था। इनकी अगुवाई में भारतीय टीम ने इस ओलंपिक में स्वर्ण जीता था। अब तक हिमाचल के एक ही खिलाड़ी ने भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी संभाली है। टोक्यो ओलंपिक 1964 में ऊना के चरणजीत सिंह को टीम इंडिया की कप्तानी मिली थी। टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए इस ओलंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाया था।