हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में तैनात एक आईएएस अधिकारी पर महिला कर्मचारी द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप मामले की जाँच शुरू होने से पहले ही अटक गई है। जांच के लिए गठित कमेटी ने प्रदेश के कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर जांच के लिए किसी वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति करने के लिए कहा है।
कमेटी की दलील है कि चूंकि आरोपी अधिकारी उनसे पद में वरिष्ठ थे। ऐसे में किसी वरिष्ठ अधिकारी को ही जांच की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। कमेटी की चिट्ठी के बाद अब कार्मिक विभाग जांच के भविष्य पर फैसला लेगा। सूत्रों के अनुसार मामले की जांच के लिए जिस कमेटी का गठन हुआ है, उसे उपायुक्त सोलन ने गठित किया है।
उल्लेखनीय है कि करीब एक महीने पहले पीड़िता ने ईमेल के जरिए कार्मिक विभाग को यौन उत्पीड़न की लिखित शिकायत भेजी थी। कार्मिक विभाग ने शिकायत को उपायुक्त सोलन को जांच के लिए भेज दिया था। फिलहाल उपायुक्त सोलन के निर्देश पर अतिरिक्त जिला न्यायवादी सोलन की अध्यक्षता में गठित कमेटी को कार्य स्थल पर महिला के लैंगिक उत्पीड़न के आरोपों की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।
क्या है मामला
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में तैनात एक आईएएस अधिकारी पर महिला कर्मचारी द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आरोप लगने के बाद राज्य सरकार ने अधिकारी का तबादला कर शिमला में एक विभाग का निदेशक लगा दिया है। साथ ही उपायुक्त सोलन ने मामले की जांच के लिए एडीए सोलन की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी पर आरोप है कि वह पद पर रहते हए एक महिला कर्मी का उत्पीड़न करने, उसे निजी व एकांत जगहों पर बुलाने के लिए दबाव बनाते थे। मामले की शिकायत मिलने के बाद सोलन प्रशासन ने इसकी जानकारी सरकार को दे दी। माना जा रहा है कि इस जांच में अगर आरोप सही पाए गए तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है।