शिमला
हिमाचल प्रदेश के रामपुर विधानसभा क्षेत्र की दत्तनगर पंचायत में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निजी वाहन से लाई जा रही ईवीएम को लेकर खूब हंगामा किया। करीब एक घंटे तक चले विवाद के बाद चुनाव पर्यवेक्षक भावना गर्ग ने कांग्रेस विधायक और कार्यकताओं को शांत किया। चुनाव आयोग की ओर से कब्जे में ली गई ईवीएम की भी जांच की जाएगी। चुनाव आयोग ने लापरवाही बरतने वाले मतदान कर्मियों द्वारा निजी वाहन से ईवीएम लेने जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार देर शाम करीब सवा आठ बजे रामपुर करीब 12 किलोमीटर दूर दत्तनगर पंचायत स्थित पोलिंग बूथ में मतदान संपन्न करवाकर कर्मी निजी वाहन से ईवीएम रामपुर स्थित स्ट्रांग रूम के लिए ला रहे थे। इस संबंध में उन्होंने सहायक निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र मोहन को जब सूचित किया तो उन्होंने चुनाव कर्मियों को वापस जाकर जीपीएस लगे सरकारी वाहन में ईवीएम मशीन लाने के निर्देश दिए, लेकिन चुनाव कर्मी जब वापस दत्तनगर की तरह मुड़े तो स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद कांग्रेस विधायक नंद लाल और कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और हंगामा मचाना शुरू किया। घटना की संजीदगी को देखते हुए सहायक निर्वाचन अधिकारी और डीएसपी रामपुर मौके पर पहुंचे।
उन्होंने गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मामला सुलझाने आयोग की ओर से तैनात प्रवेक्षक भावना गर्ग मौके पर पहुंचीं। उन्होंने माना कि निजी वाहन में लाई जा रही ईवीएम नियमों के विपरीत है। चुनाव सामग्री सरकारी वाहनों के जरिये पहुंचाई जानी थी। ईवीएम ला रहे चुनाव कर्मियों पर उन्होंने नियमानुसार कार्रवाई करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि चुनाव कर्मियों की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ और सेक्टर अधिकारी की अगुवाई में ईवीएम मशीन को पदम छात्र स्कूल स्थित स्ट्रांग रूम पहुंचाया गया।