हिमाचल प्रदेश में एक और राज्य विश्वविद्यालय बनाने का रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को धर्मशाला में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सरकार को सदन ने मंडी जिले में सरदार पटेल विश्वविद्यालय बनाने की हरी झंडी प्रदान की। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गृह जिले में सरदार पटेल विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश स्थापना और विनियमन विधेयक 2021 ध्वनिमत से पारित हुआ।
हालांकि, इस पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने काफी सवाल उठाए। बिल पर संशोधन प्रस्ताव देने वाले माकपा विधायक ने सरकार को जमकर घेरा और विधेयक में जरूरी बदलाव को लेकर अपना मत रखा, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया।
विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर ने कहा-घोषणा की कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए बजट सत्र के दौरान पर्याप्त धन की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी कोई चुनावी स्टंट नहीं, बल्कि प्रदेश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एचपीयू पर करीब 300 शिक्षण संस्थानों को चलाने का बोझ है। नया विवि बनने से उच्चतर शिक्षा में गुणवत्ता आएगी, साथ ही एचपीयू की गुणवत्ता में सुधार होगा और रोजगार के द्वार भी खुलेंगे।
शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी पूरी तरह से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एक्ट 1970 के प्रावधानों के तहत ही स्थापित की जाएगी और इसमें कालेजों को शामिल करने और एचपीयू के क्षेत्राधिकार में अतिक्रमण से बचाने के लिए कानून की धारा सात में संशोधन आवश्यक है।