हिमाचल प्रदेश में शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला सहित प्रदेश के 13 इलाकों में रोपवे का निर्माण होगा। केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। इस केबल कार सेवा के लिए 5,644 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने मंजूरी दी है। रोपवे निगम ने करीब 50 साइटें स्वीकृति के लिए एनएचएआई को भेजी थीं, जिनमें से 13 को मंजूरी मिली है।
जानकारी के अनुसार, धर्मशाला में 14 किमी लंबा रोपवे बनेगा और इस पर 800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसी तरह कुल्लू में मनाली से लंबादुग के लिए 2.7 किमी रोपवे पर 162 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बिलासपुर में लूहणू मैदान के पास से बंदला की पहाड़ियों के लिए रोपवे निर्माण होगा और इस पर 150 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसकी लंबाई 3 किमी रहेगी। वहीं, शिमला में 1200 करोड़ रुपये की लागत से 22.4 किमी लंबा रोपवे बनेगा।
इसके अलावा मंडी जिले के सिराज में रोपवे का निर्माण होगा। यहा शिकवारी-भटकिधर में रोपवे बनेगा, जिस पर 150 करोड़ रुपये खर्च होगा। शिमला के नारकंडा में प्रसिद्ध हाटू पीक के लिए भी रोपवे प्रस्तावित है, इस पर 3 किमी की दूसरी के लिए 172 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं, सिरमौर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार के लिए आठ किमी लंबा रोपवे बनेगा। इस पर 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जिला चंबा में भानोती किलर रोपवे जिसकी लम्बाई 20.7 किलोमीटर इस पर 1000 करोड रुपए खर्च होंगे, तथा चंबा से चौहान 0.25 किलोमीटर 25 करोड़ गए होंगे प्रीणी हमटा पास मनाली 5.8 किलोमीटर 380 करोड रुपए खर्च होंगे। पालमपुर छतरी 11.2 किलोमीटर 500 करोड रुपए खर्च होंगे चुन्जा ग्लेशियर शेयर 13.5 किलोमीटर 605 करोड़ रुपए , कसौली जिला सोलन 3किलोमीटर 250 करोड़ प्रस्तावित है।