प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल प्रदेश की सुख की सरकार पर एक बार फिर से आपदा के बादल घिर आए हैं। इन बादलों को सरकार के ऊपर घेरने का काम सुजानपुर से पार्टी के वर्तमान विधायक राजेन्द्र राणा द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को लिखे एक पत्र ने किया है। दरअसल विपक्ष में रहते हुए जिन ज्वलंत मुदद्दों पर भाजपा को घेर कर, कांग्रेस पार्टी आज राजसत्ता की कुर्सी पर बैठी है। वर्तमान में उन्ही मुद्दों को भुलाया जा रहा है। ऐसे में सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिह सुक्खू और अपनी सरकार को उन वादों और मुद्दों को याद दिलाने की सोची।
विधायक राणा ने अपने पत्र में लिखा है कि “आप को प्रदेश का नेतृत्व करने का सौभाग्य हासिल हुआ है और आपके नेतृत्व में प्रदेश तेजी से आगे बढ़े, हम सब की यही कामना है। आपका राजनीति और पार्टी संगठन में एक लम्बा तजुर्बा रहा है। आपने कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से लेकर युवा कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व किया है। अब आप हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में इस बार भारी बारिश के कारण आई प्राकृतिक आपदाओं से अरबों रूपए की निजी और सरकारी संपती का नुक्सान हुआ है और बहुत सी कीमती जानें भी गई हैं। आपके नेतृत्व में प्रदेश सरकार युध्दस्तर पर राहत और पुनर्वास कार्यों को अंजाम दे रही है और सभी विधायक भी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्रों में इस आपदा के दौरान डटे रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि आप केंद्र सरकार से अधिकाधिक आर्थिक मदद लाने में कामयाब रहेंगे, ताकि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को हुए नुक्सान की भरपाई हो सके और प्रभावित लोगों को भी समुचित मदद मिल सके।
आपने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का सही निर्णय लिया है और इससे सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र में हुए नुक्सान के बारे में सही वस्तु स्थिति सदन में रख सकेंगे और इसके अलावा प्रदेश से जुड़े मामलों पर भी सदन में चर्चा हो जायेगी।
राजेन्द्र राणा ने अपने पत्र की शुरुवात में जहाँ हिमाचल में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान में सरकार द्वारा किए जा रहे राहत और पुनर्वास के कार्यों की तारीफ़ की, वहीं उम्मीद भी लगाई की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिह सुक्खू केंद्र से हिमाचल प्रदेश के लिए आर्थिक मदद ला पाने में कामयाब होने की भी तस्सली दी है। हिमाचल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर भी मुख्यमंत्री का आभार जताया है। वहीँ पत्र में आगे लिखे मुद्दों से को घेरने का काम भी किया है।
विधायक राणा ने पत्र में लिखा ” आप का ध्यान कुछ महत्वपूर्ण विषयों की तरफ भी आकर्षित करना चाहता हूँ जिनके साथ जन भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं।
1. पिछले लम्बे समय से जो भर्तियों के परिणाम रुके हुए हैं और जिन युवाओं ने परीक्षा उतीर्ण की है, वे अब बेचैन हैं और बड़ी अधीरता से रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं। इन में बहुत से युवा औवर एज हो रहे हैं और वे इस बात से चिंतित हैं की आयु सीमा लांघने के कारण कहीं वे सरकारी नौकरी के लिए अपात्र ना हो जाएँ।
विपक्ष में की थी युवाओं के हितों की पैरवी
राणा ने आगे लिखा कि हम “विपक्ष में रहते हुए लगातार इन युवाओं के हितों की पैरवी करते रहें हैं और अब कांग्रेस सरकार से इन युवाओं को बहुत उम्मीदें हैं। जनप्रतिनिधी होने के नाते सैंकड़ों ऐसे युवा मुझ से और पार्टी के अन्य चुने हुए जनप्रतिनिधियों से भी मिलकर भर्तियो का रिजल्ट तुरंत निकालने की मांग करते हैं और हमारे विधायक साथी भी इस बारे युवाओं की मांग को लेकर अक्सर चर्चा करते हैं। मेरा आप से आग्रह है कि इस बारे त्वरित निर्णय लिया जाये ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे।“
2. हमीरपुर स्थित अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड लम्बे समय से बंद पड़ा है। मेरा आप से आग्रह है कि यहाँ इमानदार अधिकारी की तैनाती करके इसे फिर से क्रियाशील बनाया जाये। युवाओं की उम्मीदें इसके साथ जुडी हुई हैं। यहाँ भर्तियों का सिलसिला शुरू होने पर युवाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुलेंगे।
3. पिछली सरकार के समय से ही हजारों युवा करुणा मूलक आधार पर नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमने भी विपक्ष में रहते हुए लगातार उनके हक की आवाज़ उठाई थी। उनके पक्ष में फैसला किया जाना समय की मांग है। युवाओं की नजरें आप पर टिकी हुई हैं। उम्मीद है कि आप इस बारे सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेकर ऐसे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखेंगे।
4. पूर्व सरकार के कार्यकाल में जो पुलिस भर्ती में स्कैम हुआ था और इस वजह से हज़ारों युवाओं का भविष्य प्रभावित हुआ था तब इस मामले को विपक्ष में रहते हुए हम सब ने सदन में बहुत जोर शोर से उठाया था। अब इस स्कैम पर संजीदगी दिखाने की जरूरत है और प्रदेश के युवाओं की उम्मीदें आप पर केन्द्रित हैं। इस भर्ती स्कैम में जो अधिकारी संलिप्त थे उन पर कड़ी कार्रवाई होने का जनता बेसब्री से इंतज़ार कर रही है।
5. प्रदेश में फर्जी डिग्री के माध्यम से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ होने का मामला अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है। जाँच लम्बी खिंचती रही है जिस तरह यह मामला सीबीआई को दिया जाना चाहिए था उस बारे पूर्व सरकार अपनी इच्छाशक्ति नहीं दिखा पाई थी और अब आपके नेतृत्व पर हमें पूरा भरोसा है कि आप इस बारे कड़ा फैसला लेंगे ।
6. आउटसोर्स कर्मचारियों को न्याय दिए जाने का मुद्दा भी हम विपक्ष में रहते हुए सदन में उठाते रहे हैं। इन आउटसोर्स कर्मियों को अब आपसे न्याय की उम्मीद है। आप से आग्रह है कि इस बारे भी अब उदार चितं हो कर निर्णय ले लिया जाए।
7. कोविड महामारी के दौर में नर्सिंग स्टाफ ने बड़ी तत्परता से अपनी भूमिका निभाई थी । उस समय मुशिकल भरे दौर में नर्सिंग स्टाफ की जो भर्ती हुई थी उनके हित और भविष्य सुरक्षित रहना चाहिए और उनके साथ अब पूरा न्याय होना चाहिये। आपने इस बारे भरोसा भी दिलाया है।
विधायक राणा ने पत्र में आगे लिखा है कि “इस पत्र में जो तमाम बिन्दु मैंने आपके समक्ष रखे हैं, वे समय की मांग हैं और इन्हें अमलीजामा पहनाए जाने से पार्टी की साख भी मजबूत होगी और आपका नेतृत्व भी मजबूत होगा।
ज्वलंत मुद्दों पर हिमाचल सरकार को जगाने का प्रयास
उल्लेखनीय है कि हिमाचल जिन ज्वलंत मुद्दों पर विधायक राजेन्द्र राणा ने सरकार को नीद से जगाने का प्रयास किया है। वह सरकार या मुख्यमंत्री की नज़र में तो है, लेकिन न जाने क्यों उनको लगभग ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिसके हिमाचल के युवाओं और बेरोजगारों में सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर रोष पनप रहा है। बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर कई बार हिमाचल सचिवालय तक का घेराव कर चुके है लेकिन सिवाए आश्वाशन के उन्हे कुछ नही मिला है। ऐसे में उनके समर्थन में आकर विधायक राजेन्द्र राणा अपनी ही सरकार की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं।