प्रजासत्ता।
1 सितंबर 2022 के दिन हिमाचल के तीन जिले सोलन, हमीरपुर व ऊना 51 वर्ष के हो गए। पहली सितंबर 1972 को हिमाचल में तीन नए जिलों हमीरपुर, ऊना व सोलन का गठन हुआ था। इसके बाद हिमाचल में 12 जिले हो गए। जहां तत्कालीन महासू जिले के सोलन, अर्की तहसीलों और तत्कालीन शिमला जिले के कंडाघाट और नालागढ़ की तहसीलों को अलग कर सोलन जिला बना था। वहीं कांगड़ा जिले के टुकड़े कर इससे ऊना और हमीरपुर को बनाया गया था। उस समय इसकी घोषणा हिमाचल निर्माता और प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार ने ऊना आकर की थी।
प्रदेश के सभी जिलों में विकास ग्रामीण क्षेत्र तक बिछे सड़कों के जाल के रूप में नजर आता है। पेयजल, शिक्षा, विद्युत, ग्रामीण विकास के बाद अब कृषि, बागवानी व औद्योगिक क्षेत्र में आगे बढऩे के प्रयास हो रहे हैं। 15 अप्रैल 1948 को केंद्र शासित प्रदेश में महासू, मंडी, चंबा व सिरमौर चार जिले थे। 1960 में कांगड़ा, लाहुल-स्पीति, कुल्लू व शिमला जिले बने। महासू जिले का अस्तित्व खत्म होने पर 1966 में किन्नौर जिला बना था।
हमीरपुर जिला ने देश को दिए केंद्रीय मंत्री व हिमाचल को दिए दो मुख्यमंत्री
खास बात ये है कि 51 बरस में ही इन तीन जिलों ने खासी तरक्की की है। जबकि शुरू से ही पहाड़ी क्षेत्र का हिस्सा रहे चंबा व सिरमौर ने खास तरक्की नहीं देखी है। हमीरपुर ने तो प्रदेश को तेजतर्रार राजनीति का पाठ भी पढ़ाया। साथ ही मुख्यमंत्री के तौर पर प्रेम कुमार धूमल, और वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को दिया। वहीं मोदी सरकार में यहां से सांसद अनुराग ठाकुर वर्तमान में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा सेवाएं एवं खेल मंत्रालय संभाल रहे हैं। समुद्र तल से हमीरपुर की ऊंचाई 790 मीटर है
ऊना जिला को मिला हिमाचल के पहले उपमुख्यमंत्री देने का ख़िताब
अगर ऊना की बात की जाए तो यह जिला भी तरक्की की ओर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। हिमाचल के इतिहास में पहले उपमुख्यमंत्री को देने का ख़िताब भी ऊना जिला के हिस्से में आया है। इसके अलावा ऊना ने औद्योगिक क्षेत्र में अपनी एक खास पहचान बना ली है। समुद्र तल से ऊना मुख्यालय की ऊंचाई 408 मीटर के आसपास है।
हिमाचल में इकोनोमिक हब बनकर उभरा सोलन जिला
वहीं सोलन जिला तो इस समय प्रदेश का इकोनोमिक हब बनकर भी उभरा है। इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों के मानचित्र पर भी अपनी अलग पहचान बनाई है। सोलन शहर अब राज्य में तीसरी सबसे बड़े नगर निगम के तौर पर भी पहचाना जाने लगा है। जिला मुख्यालय सोलन की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1550 मीटर है। जिला बनने से पहले सोलन बरूरी की स्थापना 1855 में हुई थी। इस जिला के बीबीएन क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन खड़ा कर एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन होने का ख़िताब भी अपने नाम किया है।
समुद्र तल से ऊंचाई
समुद्र तल से जहाँ ऊना मुख्यालय की ऊंचाई 408 मीटर के आसपास है। हमीरपुर की ऊंचाई 790 मीटर है। जबकि सोलन जिला 1550 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है। वर्ष 1971 में जब हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था तो जिलों की संख्या 8 थी। लेकिन समय के साथ-साथ जनसंख्या के आधार पर इसमें बदलाव हुआ और वर्तमान में अभी जिलों की संख्या 12 हैं।