प्रजासत्ता|
सीएम के लिए नया हेलीकॉप्टर लेने पर अब जयराम सरकार लोगों के निशाने पर आ गई है| सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले पर जमकर सवाल उठा रहे हैं| दरअसल, मौजूदा समय में प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और ऐसे में इतने महंगे किराये पर हेलीकॉप्टर की सेवाएं लेना लोगों के गले में नहीं उतर रहा है| इससे पहले सरकार द्वारा महंगे दामों पर गाड़ियां भी खरीदी गई थीं, उस पर भी विवाद हो चुका है|
हिमाचल के सीएम के लिए नया उड़नखटौला सरकार द्वारा हायर किए जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं| मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सवाल उठाए हैं| उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जहां कर्ज में डूब रहा है, वहीं सीएम और मंत्री ऐश-ओ-आराम में डूबे हैं| सरकार की फिजूलखर्ची की वजह से प्रदेश बर्बादी की कगार पर खड़ा है|
बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार को मई में नया हेलीकॉप्टर मिलेगा| रूस से यह हेलीकॉप्टर दिल्ली पहुंच गया है, जहां इसकी टेस्ट ड्राइव होगी| डीजीसीए की क्लीयरेंस के बाद इस हेलीकॉप्टर का सीएम इस्तेमाल कर पाएंगे| वहीं, कंपनी को हेलीकॉप्टर की प्रतिघंटा उड़ान के 5.1 लाख रुपये अदा किए जाएंगे|
जानकारी के अनुसार, इस समय सरकार के पास किराए पर लिया गया एक हेलीकॉप्टर है| सरकार इसके एवज में दो लाख रुपए प्रति घंटा किराया देती है| स्काई वन कंपनी का यह हेलीकॉप्टर (एमआई-171ए2) 24 सीटर है, जबकि अभी इस्तेमाल किया जा रहा हेलीकॉप्टर 6 सीटर है. इसलिए नए हेलीकॉप्टर का किराया महंगा है|
गौर हो कि नया हेलीकॉप्टर 5 साल हिमाचल सरकार की सेवा में लीज पर रहेगा| सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने कंपनी के साथ इस हेलीकॉप्टर को लेकर एमओयू किया है| इससे पहले पवन हंस कंपनी का हेलीकॉप्टर लीज पर था, लेकिन उसके साथ करार खत्म हो गया था|