हमीरपुर | 11 अक्तूबर
Himachal News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश बीते दिन हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से मिलने हमीरपुर में उनके निवास स्थान समीरपुर पहुंचे। दोनों नेताओं की इस मुलाकात की सियासी गलियारे में चर्चा भी खूब हो रही है। इस दौरान हिमाचल के मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान और अन्य लोग भी शामिल रहे।
कांग्रेस नेता पूर्व सीएम धूमल और उनके बेटे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के खिलाफ लगाए आरोपों पर खेद जताने के लिए दिल्ली (Delhi) से यहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने प्रेम कुमार धूमल से माफी मांगी। उन्होंने धूमल से आग्रह किया कि उनके खिलाफ दायर मानहानि के केस को वो वापस ले लें। प्रेम कुमार धूमल ने भी बडप्पन दिखाते हुए उन्हें माफ कर दिया।
इस मुलाकात को लेकर पूर्व सीएम धूमल ने कहा, “कांग्रेस नेता जयराम रमेश मुझसे मुलाकात करने यहां आए थे। इस दौरान उनकी ओर से निराधार आरोपों पर खेद प्रकट किया गया. उन्होंने अपनी गलती मानी। ” धूमल ने आगे कहा, “मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि अब केस आगे नहीं चलाएंगे
पूर्व सीएम पर लगाए थे ये आरोप
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के खिलाफ प्रदेश उच्च न्यायालय में दायर मानहानी याचिका मामले में आगामी सुनवाई 4 नवंबर को होनी है। न्यायालय बीते 11 सितंबर 2023 को न्यायालय में पेश न होने पर प्रतिवादी को पांच हजार रुपये जुर्माना लगा चुका है।
यह मामला वर्ष 2015 से जुड़ा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ आरोप लगाए थे। इन आरोपों को पूर्व मुख्यमंत्री ने निराधार और झूठ करार दिया था।
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धूमल ने दायर की थी याचिका
धूमल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश द्वारा लगाए आरोपों से आहत हुए और कहा कि इससे उनकी प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुंचा है। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश उच्च न्यायालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के खिलाफ एक करोड़ रुपये मानहानि की याचिका दायर की थी।
अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश आगामी 4 नवंबर को होने वाली सुनवाई से पूर्व ही देर रात को पूर्व मुख्यमंत्री धूमल से मिलने हमीरपुर में निवास स्थान समीरपुर पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान और अन्य लोग भी शामिल थे। इस मानहानि मामले ने कांग्रेस नेता को पहाड़ चढऩे पर मजबूर किया।