Kangana Ranaut Statement on Shankaracharya : कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन व मंडी से सांसद कंगना रनौत अकसर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इस बार उन्होंने उत्तराखंड के शक्तिपीठ के ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ( Swami Avimukteshwaranand ) पर ऐसी टिप्पणी की है जिसके बाद एक नई बहस शुरू हो गई है।
दरअसल कंगना ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा “राजनीति में गठबंधन , संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?
शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा का दुरुपयोग किया है। धर्म ये भी कहता है कि अगर राजा ही प्रजा का शोषण करने लगे तो राजद्रोह ही आख़िरी धर्म है। शंकराचार्य जी ने महाराष्ट्र के हमारे माननीय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे @mieknathshinde जी को अपमानजनक शब्दावली से ग़द्दार, विश्वासघाती जैसे आरोप लगाते हुए हम सब कि भावनाओं को ठेस पहुचाई है, शंकराचार्य जी इस तरह की छोटी और ओछी बातें करके हिन्दू धर्म की गरिमा को ठेस पहुँचा रहे हैं।”
राजनीति में गठबंधन , संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?
शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा… https://t.co/UV2KuLwVUz— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 17, 2024
इसके साथ ही कंगना रनौत ने एक पोस्ट को भी रिपोस्ट किया है जिसमें जूना अखाड़े के महंत नारायण गिरि के उस बयान का जिक्र है जिसमें उन्होंने शंकराचार्य के एक बयान का खंडन किया है।
शेयर की गई पोस्ट के अनुसार “जूना अखाड़े के महंत नारायण गिरि ने शंकराचार्य के उस बयान का खंडन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य कभी भी उद्योगपतियों की शादी में नहीं जाते। उन्होंने कहा “सच तो यह है कि उद्धव ठाकरे ने हिंदू समुदाय के साथ विश्वासघात किया है” “जीत या हार का फैसला करने वाले हम कौन होते हैं? हमारा काम प्रार्थना करना है। किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वह राष्ट्र, धर्म, समाज से ऊपर है”
सांसद कंगना रनौत द्वारा उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर की गई इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर एक नई वार शुरू हो गई। जिसमें पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से लगातार कमेंट पोस्ट किए जा रहें है।
बता दें कि बीते दिन शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया में एक बयान दिया था जिसने महाराष्ट्र की राजनीति गरमा दी है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोमवार (15 जुलाई) को मुंबई में शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके आवास मातोश्री में मुलाकात की। इस मौके पर अविमुक्तेश्वरानंद का आशीर्वाद लेने के लिए पूरा ठाकरे परिवार, उबाथा समूह के नेता, पदाधिकारी मातोश्री में मौजूद थे।
इस मुलाकात के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने उद्धव ठाकरे की तारीफ की और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना भी की. अविमुक्तेश्वरानंद ने राज्य में सत्ता संघर्ष पर दुख जताते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे सबसे बड़े धोखेबाज हैं। उन्होंने यह भी इच्छा जताई कि उद्धव ठाकरे जल्द ही दोबारा मुख्यमंत्री बनें।
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि “सनातन धर्म में विश्वासघात एक बहुत बड़ा पाप है। उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है। जिस तरीके से विश्वासघात करके एक हिंदूवादी पार्टी को तोड़ा गया, उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया, वह ठीक नहीं है। जब तब वह पुनः मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान नहीं हो जाता, तब तक हम सबके मन में पीड़ा और दर्द दूर नहीं हो सकता।”
एकनाथ शिंदे के समर्थन में आई कंगना रनौत (Kangana Ranaut)
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा एकनाथ शिंदे की आलोचना के बाद बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत मुख्यमंत्री शिंदे के लिए मैदान में उतर आई हैं। कंगना रनौत ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए उनकी आलोचना की है।
- Kangana Ranaut Statement on Shankaracharya : शंकराचार्य के खिलाफ, एकनाथ शिंदे के लिए मैदान में उतरी कंगना रनौत
- Himachal Politics: पूर्व सीएम शांता की BJP को सीख, अगले चुनाव में सरकार बनाने की करे तैयारी..!
- HIMACHAL NEWS: मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री से 9042 करोड़ रुपये की आपदा राहत राशि जारी करने का किया आग्रह
- HIMACHAL NEWS: सीएम सुक्खू ने पिछली बरसात में क्षतिग्रस्त सड़कों के उन्नयन के लिए 172.97 करोड़ रुपए जारी करने का अनुरोध