प्रजासत्ता ब्यूरो |
Chhattisgarh Mahadev Betting Scam: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हुए महादेव ऐप घोटाले (Mahadev Betting Scam) की चर्चा ने अब हिमाचल प्रदेश की सियासत में हलचल मचानी शुरू कर दी है। बीते दिनों हिमाचल के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अभियान में महादेव ऐप घोटाले के जरिए से प्राप्त धन का इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
वहीँ हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के उस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को इस तरह के आधारहीन बयान देना शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ है तो बीजेपी इसकी जांच करा ले क्यों कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दोनों ही दोनों केंद्र सरकार के अधीन हैं और केंद्र में तो बीजेपी की सरकार है।
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में साल 2022 में चुनाव हुए थे, जहां से राज्य की जनता ने बीजेपी को बेदखल कर दिया था। ऐसे में जयराम ठाकुर को ये इस पर विचार करना चाहिए कि आखिर उनकी पार्टी को राज्य की सत्ता से बाहर क्यों हुई थी। उन्हें पहले अपने प्रदेश के नतीजे पर गौर करना चाहिए।
मंत्री विक्रमादित्य ने कहा कि दूसरे राज्यों की जीत में जयराम ठाकुर खुश हो रहे हैं, बेगानी शादी में वो नाच रहे हैं। परिणाम कहीं और आए हैं नाटी यहां लगा रहे हैं। मंत्री ने तंज भरे लहजे में कहा कि यूं ही जयराम ठाकुर को नाटी किंग नहीं कहा जाता है, उन्हें जहां मौका मिलता है वो हर जगह नाटी लगाने लग जाते हैं। मंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर को ऐसे तथ्यहीन बयानबाजी से बचकर अपने पद की गरिमा बनाए रखना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर लगाया था आरोप
बता दें कि बीते दिन जयराम ठाकुर ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार के बाद महादेव ऐप घोटाले को लेकर भूपेश बघेल पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि ऐसे आरोप हैं कि भूपेश बघेल ने हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अभियान में महादेव ऐप घोटाले के जरिए से प्राप्त धन का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि जांच की जा रही है जिसके बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
जानिए क्या है Mahadev Betting Scam:
महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन सट्टेबाजी (Mahadev Betting Scam) का एप है जिसके मेन प्रमोटर छत्तीसगढ़ के सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हैं। ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज में दावा किया कि एप प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इस आरोप का बघेल ने खंडन किया है। ये पूरा मामला एक जूस बेचने वाले से जुड़ा है, जिस पर आरोप है कि उसने सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े स्कैम को अंजाम दिया है।
इसी मामले में महादेव ऐप के प्रमोटर विवादों में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार सौरभ एक समय छत्तीसगढ़ के भिलाई में महादेव के नाम से जूस बेचता था, पर बाद में उसने ऑनलाइन गेमिंग ऐप महादेव बनाई। सौरभ और रवि ने एक गेमिंग ऐप के जरिए 10-15 लाख का सट्टा लगाया पर पैसे हार गए। फिर वे पैसा न चुकाना पड़े इसलिए दुबई भाग गए। वहां छोटी मोटी जॉब से कमाए और महादेव ऑनलाइन गेमिंग (Mahadev Betting Scam) ऐप लॉन्च की, जिसके जरिये ऑनलाइन सट्टा लगाया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार सौरभ ने इससे 20000 करोड़ रु की संपत्ति हासिल की।