सुंदरनगर |
NGT News: गत वर्ष किरतपुर-सुंदरनगर फोरलेन से सटे पहाड़ों से छेड़खानी कर अवैध व अवैज्ञानिक तरीके से खनन पर रोक लगाने हेतु अगस्त माह में सुंदरनगर प्रोग्रेसिव डेवलपमेंट फोरम की और से महासचिव अश्वनी सैनी द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की गई थी। वही एनजीओ द्वारा मुख्यमंत्री,हिप्र,मुख्य सचिव, ,डीजीपी, एडीजीपी विजलेस,डिविजनल कमिश्नर, उपायुक्त मंडी व बिलासपुर, एसपी मंडी व बिलासपुर,एनएचएआई को भी शिकायत प्रेषित कर उनके ध्यान में मामला लाया था।
अब मामले की सुनवाई एनजीटी दिल्ली द्वारा गत मार्च माह में करते हुए हिप्र राज्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ,उपायुक्त मंडी और बिलासपुर की सयुक्त कमेटी को लगभग दो माह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का समय दिया गया है।जिस पर एडीसी मंडी ,बिलासपुर, एनएचएआई, सबंधित एसडीएम,पीडब्लूडी और खनन विभाग बिलासपुर – मंडी की टीमों ने किरतपुर–सुंदरनगर फोरलेन का औचक निरीक्षण किया। जिसमे पूर्व में व मौजूदा समय के खनन स्थलो की फोटोग्राफी संग महत्वपूर्ण जानकारिया एकत्रित की गई।
क्या था मामला
गत वर्ष किरतपुर-सुंदरनगर फोरलेन किनारे बेतरतीब व अवैध खनन के चलते बरसात में लगातार भारी भूस्खलन हो रहे थे। जिससे जानमाल के नुक्सान के साथ आवाजाही बाधित हो रही थी। आरोप था कि किरतपुर–सुंदरनगर फोरलेन पर अनेक स्थानों पर लंबे समय से बड़े स्तर पर अवैध खनन कर कीमती रेत, बजरी,पत्थर और अन्य सामाग्री के दोहन को भरकम मशीनरी से अंजाम दिया जा रहा था। पहाड़ी को कुरेद -कुरेद कर मौके पर ही ट्रकों पर फिट किए गए छानने से रॉ मेटीरियल को अलग -अलग कर निजी व सरकारी उपक्रमों को बेच अवैध तौर पर मोटी चांदी कुटी जा रही है।
जबकि प्रदेश सरकार ने पहले ही फोरलेन किनारे किसी भी प्रकार के निर्माण/कार्य पर रोक लगाई है। वही एनएचएआई के नियमो के तहत भी फोरलेन के नजदीक निर्माण/कार्य पर रोक लगाई थी। बावजूद इसके पुलिस,खनन विभाग,प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड,प्रसाशन, सरकार, राजनेता,एनएचएआई और अन्य सबंधित विभाग कुभकर्णी नीद सोए हुए है और बड़े हादसो का इंतजार कर रहे है।
टीमों में यह अधिकारी हुए शामिल
एडीसी बिलासपुर निधि पटेल और एडीसी मंडी रोहित राठौर के कार्यलय में सयुक्त बैठक उपरांत विभिन्न टीमों में एसडीएम सुंदरनगर गिरीश समरा, खनन आधिकारी बिलासपुर शेलेजा चौधरी, खनन आधिकारी मंडी बिंदिया कुमारी, हि. प्र राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय अधिकारी मंडी विनय कुमार,क्षेत्रीय अधिकारी बिलासपुर पवन शर्मा, इजीनियर अर्पण ठाकुर, एनएचएआई ,कॉन्ट्रैक्टर,पीडब्ल्यूडी के अधिकारी शामिल रहे।
पिछले दो दिनों में बिलासपुर और मंडी जिला में फोरलेन किनारे खनन स्थलो का निरीक्षण प्रशासनिक अधिकारियों और अनेक विभागो द्वारा सयुक्त रूप से किया गया है। जिसकी रिपोर्ट शीघ्र ही तैयार कर एनजीटी को प्रेषित की जाएगी।
– विनय,क्षेत्रीय अधिकारी,
हिप्र राज्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, मंडी
किरतपुर- सुंदरनगर फोरलेन किनारे अनेक स्थानों पर खड़ी पहाड़ियों पर अवैज्ञानिक और अवैध तौर पर अभी भी हैवी मशीनरी से अवैध खनन जारी है। इसमें एनएचएआई,सरकारी और निजी भूमि भी शामिल है।अनेक मामलो में ना तो खनन विभाग और ना ही एनएचएआई की अनुमति है। पूर्ण अंदेशा है कि इस क्षेत्र में आगामी बरसात में पुन: लैंड स्लाईड के दुष्प्रभाव देखने को मिलेंगे।
– उमेश गौतम ,प्रधान
सुंदरनगर प्रोग्रेसिव डिवलपमेंट फोरम (R)
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