Himachal Assembly Session: हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित विपक्षी दल के नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया के खिलाफ मौर्चा खोलते हुए विधानसभा सचिव को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। भाजपा के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आपत्तिजनक व्यवहार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए विधानसभा सचिव को प्रस्ताव सौंपा।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष ने छह विधायकों पर अभद्र टिप्पणी की, जिसके लिए उन्होंने खेद प्रकट करने का आग्रह किया। लेकिन अध्यक्ष का रवैया बिल्कुल बदल गया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि विपक्ष को इस मुद्दे पर सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिससे कुछ देर के लिए सदन में गतिरोध भी पैदा हो गया।
इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री ने निंदा प्रस्ताव पेश किया, लेकिन विपक्ष को बोलने का अवसर नहीं मिला। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज नियमों के तहत विधानसभा अध्यक्ष को पद से हटाने के लिए सचिव को नोटिस दिया गया है।
मीडिया से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद विधानसभा सचिव को नियम 274 के तहत अध्यक्ष को पद से हटाने का प्रस्ताव सौंपा गया था। नियम के अनुसार, जब ऐसा प्रस्ताव दिया जाता है, तो अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही से खुद को अलग कर लेना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और सदन में बोलने की अनुमति भी नहीं दी गई।
जयराम ठाकुर ने कहा कि शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का जिस प्रकार का व्यवहार रहा है उससे हम सब लोग हैरान हैं। विधानसभा में बहुत सारे वरिष्ठ सदस्य हैं, सबका मानना है कि सभी मर्यादाओं को ताक पर रखा गया है। हाउस के अंदर विधानसभा अध्यक्ष जब भी बोलते हैं तो हम उनका सम्मान करते हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रेस को ब्रीफ करते हुए लिमिट क्रॉस की, जिसकी हमें उम्मीद नहीं थी।
दरअसल बीजेपी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने सदन में एक विषय उठाया था कि स्पीकर पठानिया ने 6 विधायकों के सिर कलम करने और 3 के सिर आरे के नीचे होने की बात कही थी, जिसको लेकर सदन में काफी हंगामा ही हुआ था। विपक्ष ने कहा कि विधान सभा अध्यक्ष ने खेद प्रकट करना तो दूर शब्द भी वापिस नहीं लिए और उल्टा सदन के बाहर फिर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणीयाँ की। हद तो तब हो गई जब मीडिया के सामने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मेरे से बहुत जूनियर हैं वो मुझे क्या सिखाएंगे।
राज्यपाल को विधान सभा अध्यक्ष के तानाशाही पूर्ण रवैये के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
भाजपा विधायकों ने राज्यपाल को विधान सभा अध्यक्ष के तानाशाही पूर्ण रवैये के खिलाफ सौंपा ज्ञापन। विपक्ष ने आरोप है की विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का व्यवहार सदन के अन्दर और बाहर जहाँ विधायकों की भावना को आहत कर रहा है वहीं विधान सभा अध्यक्ष के संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुँचा रहा है। सदन के अन्दर तो विधान सभा अध्यक्ष का रवैया पक्षपात एवं तानाशाही पूर्ण रहता है। हमेशा नियमों एवं परम्पराओं के खिलाफ काम करते हुए सत्ता पक्ष को लाभ पहुँचाने का प्रयास करते हैं। विपक्षी सदस्यों विशेषकर नेता प्रतिप्रक्ष द्वारा नियमों का हवाला देने पर हमेशा यही कहा जाता कि मुझे सब पता है मुझे सिखाने की जरूरत नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष के साथ इस अवसर पर रणधीर शर्मा, विपिन परमार, अनिल शर्मा, इंदर लखनपाल, राकेश जमवाल, रीना कश्यप, प्रकाश राणा, इंदर गांधी, सुधीर शर्मा, पवन काजल, बिक्रम ठाकुर, दीपराज कपूर, दिलीप ठाकुर, आशीष शर्मा, सुरेंद्र शौरी, जीतराम कटवाल, सतपाल सत्ती, सुखराम चौधरी, हंस राज, बलबीर वर्मा, जनक राज उपस्थित रहे।
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