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विपक्ष के मौन रहने पर भी हिमाचल विधानसभा में पास हुआ राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव

Himachal News: विपक्ष के मौन रहने पर भी हिमाचल विधानसभा में पास हुआ राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव

प्रजासत्ता ब्यूरो | 20 सितम्बर
Himachal News about Declared National Disaster: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान प्रदेश में आई आपदा पर चर्चा हुई और बुधवार देर शाम राष्ट्रीय आपदा (National Disaster) घोषित करने का प्रस्ताव पास हो गया। बता दें कि विधानसभा में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Sukhu) ने तीन दिल चली चर्चा का जवाब दिया। जिसके बाद विपक्ष के न समर्थन किया और न विरोध करने के बाद भी यह प्रस्ताव पास हो गया।

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विधानसभा अध्यक्ष (Speaker of the Assembly) कुलदीप सिंह पठानिया ने थ्रू-वायस वोट इस प्रस्ताव को सदन में पास कराया। विपक्ष दल भाजपा ने इस दौरान राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के सरकारी संकल्प का न समर्थन किया और न विरोध। सत्तापक्ष के विधायकों ने हां में हां भरी। स्पीकर ने प्रस्ताव पारित होते ही सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। अब यह प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा मानते हुए केंद्र सरकार (Central government) से 12000 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज (Special Economic Package) देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसा तबाही का मंजर पहले कभी नहीं देखा। प्रदेश में 441 लोगों की जान गई और 39 लोग अभी भी लापता है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस आपदा से 12 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ। 16658 पशुओं की मौत, 2621 घर पूरी तरह नष्ट, 12 हजार से ज्यादा घरों को आंशिक नुकसान, 318 दुकानें, 238 झोपड़ियां, 540 घराट और 5917 गौशालाएं तबाह हुई।

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