कांगड़ा |
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में 11 दिसंबर को कांग्रेस सरकार को एक साल पूरा होने वाला है। इसी बीच कांग्रेस सरकार अपनी एक ओर गारंटी पूरी करने जा रही है। किसानों से कंपोस्ट खरीदने की प्रक्रिया जनवरी से शुरू होगी।
कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो.चंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदेश सरकार अपनी चुनावी गारंटी के तहत अब पशुपालकों से 1 जनवरी से दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खाद की खरीद शुरू करेगी। मंत्री ने यह जानकारी कांगड़ा जिले के जवाली विधानसभा क्षेत्र के नगरोटा सूरियां में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान साझा की।
चंद्र कुमार ने गाय के गोबर को जैविक खाद में बदलने की सरकार की योजना की भी रूपरेखा बताई, जिसे सरकारी उपक्रम ‘हिमफेड’ के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य किसानों को उनकी फसलों के लिए जैविक विकल्प प्रदान करके जैविक खेती को बढ़ावा देना है। साथ ही गाय के गोबर से उत्पादित जैविक खाद का उपयोग राज्य में कृषि एवं बागवानी विभाग के खेतों में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जैविक खाद से फसल तैयार करने वाले किसानों को चिन्हित करने के साथ उनसे ऊंची कीमतों पर फसलों को खरीदा जाएगा। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के वायदे पर कार्य कर रही है जिसके तहत सभी विभागों में भर्ती प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
योजना के तहत कंपोस्ट खाद खरीद के लिए पहले किसानों को पंजीकृत किया जाएगा। पंजीकृत किसानों के क्लस्टर बनाए जाएंगे। कृषि विभाग क्लस्टर स्तर पर किसानों के खेतों में जाकर 2 रुपये खाद खरीदेगा। खाद खरीदने के लिए 15 दिन और एक महीने की रोटेशन बनाई जाएगी। कृषि और पशुपालन विभाग योजना को लागू करेंगे।
बेहतर गुणवत्ता की कंपोस्ट तैयार करने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। किसान खेतों के किनारे पर गोबर के ढेर लगाएंगे। गोबर के साथ पत्ते, फसलों के अवशेष, घास मिलाने के बाद कंपोस्ट तैयार होगी। कंपोस्ट कृषि विभाग के फार्मों को उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा ऑर्गेनिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए हिमफेड के माध्यम से किसान-बागवानों को खाद सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाई जाएगी।