प्रजासत्ता ब्यरो|
Unemployment Rate in Himachal: देश तेजी से विकास कर रहा है लेकिन बेरोजगारी की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है। अभी भी कई राज्यों में बेरोजगारी चरम पर है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) ने देश के अलग-अलग राज्यों में युवाओं के बीच बेरोजगारी को लेकर आंकड़ा जारी किया है।
एनएसएसओ की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 15 से 29 वर्ष के उम्र समूह के बीच हिमाचल प्रदेश शहरी इलाकों में 33.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ सबसे आगे रहा जबकि 30.2 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ राजस्थान दूसरे स्थान पर रहा।
देश के 22 राज्यों में हुआ सर्वेक्षण
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO)द्वारा देश के 22 राज्यों में किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, आलोच्य तिमाही में 15-29 प्रतिशत आयु वर्ग के युवाओं में सबसे कम बेरोजगारी दर गुजरात में 7.1 प्रतिशत थी और उसके बाद दिल्ली में यह 8.4 प्रतिशत थी। एनएसएसओ ने अप्रैल, 2017 में पहला तिमाही आधार पर श्रमबल सर्वेक्षण किया था। इसे हर तिमाही जारी किया जाता है। सर्वेक्षण से पहले के सात दिनों में गतिविधि की स्थिति को वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) कहा जाता है। आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई-सितंबर तिमाही 2023 में देश के शहरों में 15-29 आयु वर्ग में कुल बेरोजगारी 22.9 प्रतिशत थी, जबकि महिलाओं में यह 15.5 प्रतिशत थी।
हिमाचल में चरम पर महिलाओं की बेरोजगारी
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि शहरी क्षेत्रों में 15-29 आयु वर्ग की महिलाओं में बेरोजगारी दर बीती तिमाही में हिमाचल प्रदेश में 49.2 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक रही जबकि पुरुषों की बेरोजगारी दर 25.3 प्रतिशत थी। राजस्थान के मामले में इस तिमाही में शहरों में महिलाओं में बेरोजगारी दर 39.4 प्रतिशत थी, जबकि पुरुषों में यह 27.2 प्रतिशत थी। श्रम बल में बेरोजगार लोगों के प्रतिशत के रूप में बेरोजगारी दर को परिभाषित किया जाता है। जम्मू-कश्मीर में भी शहरी इलाकों में इस आयु वर्ग में बेरोजगारी की उच्च दर 29.8 प्रतिशत दर्ज की गई। इस तिमाही के दौरान महिलाओं में बेरोजगारी 51.8 प्रतिशत थी जबकि पुरुषों में बेरोजगारी दर 19.8 प्रतिशत थी। आंकड़ों से पता चलता है कि वर्तमान साप्ताहिक स्थिति के अनुसार देश में शहरों में 15-29 आयु वर्ग में कुल बेरोजगारी 17.3 प्रतिशत थी।