-सरेआम पिस गई भाजपा, चौसर पर बैठे राणा, बिखर गई गोटियां
◆ अधवानी में थे ध्वाला ज्वालाजी में धनोटिया को बूस्टअप करने पहुंचे राणा
कपिल शर्मा । ज्वालामुखी
विधानसभा ज्वालामुखी में सियासी ज्वाला भाजपा के अंदर एक बार फिर से जल उठी है वजह हैं योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गढ़ ज्वालामुखी से ओबीसी आयोग के चैयरमैन रामलोक धनोटिया का सोमवार को आयोजित सियासी भोज मे शिमला से जहां इस भोज के बहाने धनोटिया संगठन मंत्री पवन राणा को इस कार्यक्रम में शामिल करने में कामयाब रहे वहीं रमेश ध्वाला ने विस के अधवानी क्षेत्र में भाजपा मंडल पदाधिकारियों संग वहां पर बूथ पालकों का कार्यक्रम आयोजित किया और धनोटिया के कार्यक्रम से दूरी बना ली। ज्वालामुखी भाजपा में लगी इस चिंगारी से सियासी युद्ध शांत होने की संभावना कम नजर आ रही है सियासी लपटों से खुद भाजपा के ही झुलसने के आसार बने हुए हैं।
जानकार मानते हैं कि ज्वालामुखी क्षेत्र से ध्वाला ओबीसी नेता के रुप में पूरे प्रदेश में अपनी छाप छोड चुके हैं ऐसे में उनके अपने सियासी हल्के से एक और ओबीसी चेहरा राम लोक धनोटिया जो कि ओबीसी आयोग से पवन राणा के आर्शीवाद से चैयरमैन बनने के बाद ध्वाला को रास नही आ रहा है शायद यही बजह है कि ध्वाला संगठन की नियुक्तियों पर सवाल उठाते रहे हैं कि पूर्व में कांग्रेसी पृष्ठभूमि से रामलोक धनोटिया को संगठन ने तब्बजो दी जबकि उनकी सहमति संगठन नही ले रहा है और अपनी मनमानी कर रहा है और उन्हे उन्ही के क्षेत्र में कमजोर करने कि नाकाम कोशिश संगठन बार बार कई बार कर रहा है जिसकी शिकायत भी ध्वाला कई बार प्रदेश स्तर पर दर्ज करवाते रहे हैं। वहीं ओबीसी आयोग के चैयरमैन रामलोक धनोटिया ने भी सियासी भोज के जरिए अपनी ताकत ज्वालामुखी क्षेत्र में दिखाने का पूरा प्रयास किया लेकिन ध्वाला के बिना फीका ही दिखा। ज्वालामुखी में हुए धनोटिया के कार्यक्रम में ओ.पी चौधरी, वीरेन्द्र चौधरी, श्रेष्ठा चौधरी, श्याम दुलारी, पूर्व जिला परिषद बिजेन्द्र धीमान, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ संयोजक करनैल राणा भी इस कार्यक्रम में पंहुचे।