बलजीत। इंदौरा
मंगलवार को हिमाचल पुलिस प्रमुख संजय कुंडु ने इंदौरा उपमंडल के सीमांत क्षेत्रों का दौरा किया व सुरक्षा व्यवस्था जाँची। इस दौरान सैरिमोनियल गार्द ने पुलिस थाना इंदौरा पहुँचने पर प्रदेश पुलिस प्रमुख को सलामी दी। उसके बाद पुलिस थाना इंदौरा प्रभारी सुरेंद्र धीमान के नेतृत्व में थाना इंदौरा में तैनात पुलिस जवानों ने सलामी व परिचय दिया।
इस अवसर पर थाना इंदौरा के अंतर्गत सुरक्षा व्यवस्था को चाक – चौबंद करने के लिए ड्रोन कैम सहित अन्य सुरक्षा उपकरणों की प्रदर्शनी का भी मुख्यातिथि ने अवलोकन किया। इसके अतिरिक्त कोविड संक्रमण से बचाव हेतु स्मोक मशीन व अन्य एहतियाती सामान का भी मुख्यातिथि ने निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने आते ही उन्होंने इंदौरा थाना में पुलिस कल्याण योजना व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बात की। उन्होंने थाना में दर्ज मामलों व उन्हें कोर्ट में पेश करने की स्थिति बारे रिपोर्ट ली। इसके उपरांत डी.जी.पी. संजय कुंडु, उनके साथ आए डी.आई.जी. उत्तरी क्षेत्र सुमेधा द्विवेदी, एस.पी. विमुक्त रंजन ने अशोका ट्री का पौधा रोपण किया।
मंगल वार को अवैध खनन की ग्राउण्ड रिपोर्ट व मण्ड क्षेत्र में माइनिंग एसेसमेंट करने के उद्देश्य से इंदौरा पहुँचे। इस अवसर पर उन्होंने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने माइनिंग माफिया पर नकेल कसने हेतु जो निर्णय लिया है, उसी सिलसिले में ऊना के क्षेत्र व जिला कांगड़ा के माइनिंग प्रोन मंड क्षेत्र में अवैध खनन की वस्तुस्थिति जानने के लिए मंड क्षेत्र का दौरा करेंगे। भविष्य में अवैध खनन पर लगाम कसने हेतु पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में भी आपराधिक षडयंत्र की धारा लगाकर मामले दर्ज किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पंजाब में आने वाले समय में चुनाव आने वाले हैं, जैसे जैसे चुनावी सरगर्मियां बढ़ेंगी, अंतर्राजीय अपराध भी बढ़ेगा और जिला कांगड़ा, ऊना व चम्बा के बॉर्डरिंग एरिया की संवेदनशीलता बढ़ेगी। इसके लिए सीमांत पुलिस थानों को सतर्कता बरतने व उन्हें और अधिक सबल किया जाएगा।
क्षेत्र में नशा माफिया के मकड़जाल को तोड़ने बारे पुलिस की रणनीति के सवाल पर कहा कि जिला पुलिस ने नारकोटिक्स में क्वांटिटी के साथ साथ क्वालिटी केस दर्ज किए गए हैं, इसमें नशा तस्करों की प्रॉपर्टी को फ्रीज़ किया जा रहा है। अब पुलिस इससे भी अधिक तह तक जाएगी और ई.डी. के माध्यम से नशा तस्करों पर अब तक दर्ज हुए मामलों, उनके आय के स्त्रोतों, अवैध कमाई व नशा तस्करी की कमाई को कहाँ – कहाँ लॉंडर किया गया इसकी जाँच की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस की जाँच के अनुसार कई नशा तस्करों ने नशे की काली कमाई से बड़े – बड़े होटल व आलीशान घर बना रखे हैं, प्रवर्तन निदेशालय ( ई.डी. ) जाँच से उनकी तमाम संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक पुलिस ने नशा माफिया की 8 करोड़ रुपये की संपत्ति को फ्रीज़ किया है, लेकिन अब पुलिस एक कदम और आगे जाएगी और इनके द्वारा अब तक की गई कमाई व कमाई को कहाँ कहाँ लगाया, इसकी भी जाँच कर सब कुछ जब्त किया जाएगा।
प्रदेश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा पर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए ड्रोन हमलों से एक नयी चुनौती पुलिस के सामने है, जिसके लिए डी.आई.जी. सुरक्षा एवं सतर्कता संतोष पटियाला के नेतृत्व में बोर्ड ऑफ ऑफिसर्ज जाँच कर एहतियाति कदम उठाए जाएंगे व प्रदेश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा में जरुरी कदम उठाए जाएंगे।