धर्मशाला।
जिला कांगड़ा के मुख्यालय स्थित उपंमडलाधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में सोमवार को सुबह-सबुह की खूब गहमागहमी देखने को मिली।
गुमशुदा लडक़ी मामले में सुनवाई के दौरान लडक़े व लडक़ी पक्ष के लोग आपस में बुरी तरह से उलझ पड़े, जिससे समस्त कार्यालय में हंगामें व चीखने-चिल्लाने वाली स्थिति बन गई। इसके चलते एसडीएम धर्मशाला ने कार्यालय में हंगामा करने पर बीच-बचाव करते हुए दोनों पक्षों को रोका।
मिली जानकारी के अनुसार गुमशुदा लडक़ी के मामले में एसडीएम कोर्ट धर्मशाला में सुनवाई रखी गई थी। जिसमें प्रवासी लडक़ी कोर्ट मैरिज करने के बाद अपने पति व ससुराल पक्ष धर्मशाला के निवासियों के साथ एसडीएम कोर्ट में पहुंची थी। वहीं प्रवासी राज्यस्थान के रहने वाले गुमशुदा लडक़ी के माता व महिला परिजन भी कोर्ट में पहुंचे थे। इस दौरान सुनवाई से पहले ही एसडीएम कोर्ट परिसर में लडक़ी की माता व उनके रिश्तेदारों ने लडक़ी व उसके पति व परिवारजनों आपस में गुत्थमगुथा हो गए।
वहीं एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा ने मौका संभालते हुए दोनों पक्षों को अलग करवाया। साथ ही पुलिस थाना धर्मशाला व एसपी को सूचित कर पुलिस बल भी मौके पर बुलाया। एसडीएम ने कार्यालय में हंगामा करने वाली महिलाओं को आईपीसी धारा 105 व 107 के तहत हिरासत में लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को सदर थाना ले गए, जहां युवती पक्ष से आई छह महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
सुनवाई के दौरान युवती पक्ष से आई महिलाओं ने आरोप लगाया कि युवक उनकी बेटी को भगा कर ले गया है, और उसके साथ जबरदस्ती शादी कर ली है। इसी बात को लेकर एसडीएम परिसर में हंगामा हो गया। उधर, एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा ने बताया कि सोमवार को एसडीएम कोर्ट में मामले में सुनवाई थी। इस दौरान कुछ प्रवासी लोगों ने वहां हंगामा व लड़ाई-झगड़ा किया। इसके बाद पुलिस की मदद से उन्हें वहां से थाना ले जाया गया।