कांगड़ा|
बिलासपुर के घुमारवीं में हुए सड़क हादसे ने अगोजर के गांव करोड़ी के एचआरटीसी चालक अरुण कुमार के घर की खुशियां छीन गया है। बता दें कि घुमारवीं में मंगलवार को हुए सड़क हादसे में अरुण की मौत हो गई। गांव में सूचना मिलने के बाद शोक की लहर दौड़ गई, जबकि परिवार में पत्नी पूजा सहित दोनों मासूम बच्चों व मां-बाप को यह यकीन ही नहीं हो रहा है कि अरुण की मौत हो गई है।
गौरतलब है कि करोड़ी निवासी अरुण के घर में एक सप्ताह पहले ही कथा और प्रीति भोज का कार्यक्रम था। उसके बाद अरुण एक सप्ताह पहले ही अपने घर करोडी से यह कहकर नौकरी के लिए निकले थे कि जब धान की रोपाई का समय आएगा, तो वह छुट्टी लेकर लौटेंगे। लेकिन शायद होनी को कुछ ही मंजूर था, जो वह वापस अब कभी नहीं लौटेंगे।
बताते चलें कि अरुण कुमार पंचरुखी के बगेहड़ का रहने वाला है, लेकिन वह अपने बुआ और बुआई के ज्ञान चंद और निम्तो देवी के पास ही बचपन से रहता था। इसकी पढ़ाई और विवाह भी यही करोड़ी में ही हुआ था।
मंगलवार को घुमारवीं में हुए सड़क हादसे में एचआरटीसी चालक अरुण कुमार की मौत हो गई। जिसके बाद परिवार को यह सूचना मिली तो पुरे गाँव का माहौल गमगीन हो गया।
वहीं अरुण कुमार के बच्चे जब दोपहर को स्कूल से लौटे तो घर में लोगों की भीड़ देख समझ नहीं पा रहे थे कि हर कोई उनकी माता को सांत्वना क्यों दे रहा है? लेकिन उन मासूमों को क्या पता कि उनका पिता अब इस दुनिया में नहीं रहा है और लौट कर कभी नहीं आएगा।