प्रजासत्ता |
हिमाचल प्रदेश की 2012 की वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे और फतेहपुर से मौजूदा विधायक सुजान सिंह पठानिया का गुरुवार सुबह निधन हो गया है| वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और 79 साल की उम्र में उन्होंने शुक्रवार को आखिरी सांस ली|
सुजान सिंह पठानिया कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा में दिसंबर 2017 में 7वीं बार विधायक चुने गये थे। 11 बार चुनाव लड़ा, 4 बार हारे और 7 बार जीते। सुजान सिंह पठानिया ने 1977 में पहला चुनाव लड़ा था। 1982, 85, 92 और 2007 में चुनावों में हार गए थे।
सुजान सिंह पठानिया का जन्म 22 सितंबर 1943 को लाहौर (पाकिस्तान) में हुआ था। बीए करने के बाद फॉरेस्ट रेंजर्स कॉलेज देहरादून से फॉरेस्ट्री में दो साल का प्रशिक्षण हासिल किया। हिमाचल प्रदेश के वन विभाग में रेंज अधिकारी के तौर पर सेवाएं दीं। साल 5 अक्टूबर 1973 को उन्होंने रविंद कुमारी पठानिया से शादी की थी और उनका एक बेटा और बेटी हैं| पठानिया हिमाचल प्रदेश वन विभाग में फोरेस्ट रेंज ऑफिसर थे|
उन्होंने साल 1977 में नौकरी से इस्तीफा दिया और जनता पार्टी में शामिल हो गए| इसके बाद 1980 में कांग्रेस से जुड़े और मौजूदा समय में भी कांग्रेस विधायक थे| पठानिया 2012 की वीरभद्र सरकार में ऊर्जा मंत्री थे. वह सबसे पहले साल 1977 में विधायक बने| फिर 1990 में फिर चुनाव जीता. इसके बाद पठानिया ने 1993, 2003, 2009 में ज्वाली उपचुनाव जीता| बाद में 2012 वह फतेहपुर से चुनाव जीते और वीरभद्र सरकार में ऊर्जा मंत्री बने|