कुल्लू|
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में 8 विशेषज्ञ डॉक्टरों के तबादले के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं चिकित्सकों की कमी को लेकर मंगलवार को स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ग्रामीणों सहित धरने पर बैठ गए। पहले दिन मणिकर्ण घाटी के लोग धरने पर बैठे हैं। अस्पताल के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि आज अस्पताल में आठ चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। अस्पताल से दो जिला कार्यक्रम अधिकारी और छह चिकित्सकों का तबादला हुआ है, जिसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी दो, नेत्र रोग विशेषज्ञ दो, शिशु रोग विशेषज्ञ एक, सर्जन एक, एनेस्थीसिया एक और पल्मोनोलॉजिस्ट है।
इस दौरान विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा सरकार कुल्लू जिला से भेदभाव कर रही है।
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कुल्लू के अलावा अस्पताल में मंडी, लाहुल स्पीति सहित अन्य जिला के लोग भी अपना इलाज करवाने आते हैं। लेकिन अस्पताल में स्वस्थ्य सुविधा चरमरा गई है। आज पतलीकूहल में निजी अस्पताल बनाने की बात कर रहे हैं लेकिन सरकारी अस्पताल के हाल बहुत खराब हैं।
सुंदर ठाकुर ने कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है। छह महीने से अस्पताल में रेडियोलाजिस्ट का पद रिक्त चल रहा है। मरीजों को निजी अस्पताल भेज जा रहा है इससे शर्म की बात और क्या हो सकती है।अस्पताल में 500 से एक हज़ार मरीज रोजाना इलाज के लिए आते हैं। लेकिन यहां पर इलाज के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों अस्पताल में रक्तदान शिविर के दौरान महिलाओं ने अपनी समस्या बताई। इसके बाद प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। आज कई चिकित्सक अस्पताल में सेवा के बाद नौकरी छोड़कर अपने निजी क्लीनिक चला रहे हैं। ऐसे चिकित्सकों को शर्म आनी चाहिए। पहले दिन मणिकर्ण घाटी के लोग धरने में शामिल हुए।
सुंदर सिंह ने कहा कि डॉक्टरों की तैनाती करना सरकार का काम है।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते हुए डॉक्टर की नहीं आएंगे तो वे सड़कों पर उतर कर उग्र से उधर धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी यह प्रदर्शन चलता रहेगा जब तक अस्पताल में चिकित्सकों की तैनाती न हो। 10 मई को विशाल प्रदर्शन किया जाएगा