मनाली|
कुल्लू जिले के मनाली के सोलंग में दो बच्चों की मौत से गुस्साए ग्रामीणों द्वारा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को जूते की माला पहनाने का मामला गहरा गया है। लोक निर्माण विभाग की ओर से दायर एफआईआर मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर 16 ग्रामीणों पर मामला दर्ज किया है। लेकिन दो बच्चों की मौत से गुस्साए ग्रामीण सामूहिक गिरफ्तारियां देने पुलिस स्टेशन मनाली पहुंच गए।
दरअसल मनाली के सोलंग गांव में 15 अगस्त के दिन भारी बारिश के बाद गांव को जाने वाला अस्थाई पुल बह गया था। इस पुल से गुजरे रहे दो किशोर भी ब्यास नदी में बह गए थे और उनकी मौत हो गई थी। इस मामलों को लेकर काफी विवाद हुआ था और लोगों ने मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई को जूतों की माला पहना दी थी, साथ ही जमकर नारेबाजी की थी। यही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी जब नाला पार करने के लिए झुला पुल पर चढ़े तो गुस्साए लोगों ने उनको तीन घंटे तक झूला पुल पर लटकाए रखा।
वहीँ पुलिस ने कनिष्ठ अभियंता की शिकायत के आधार पर ग्रामीणों के खिलाफ़ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था। जिसके बाद अब एक बार नाराज ग्रामीण गिरफ्तारियां देने पहुंचे। लोगों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग की शिकायत पर जिन 14 लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया गया है वो वापस लिया जाए अन्यथा वे सभी गिरफ्तारियां देने को मजबूर होंगे।
पूर्व प्रधान टिकम राम व ग्रामीण गोकल, रोशन, रूप चंद, गुरदयाल ने कहा उनके गांव के लिए पिछले आठ साल से पुल का निर्माण हो रहा है। लेकिन आठ साल बीत जाने के बाद भी अभी पुल का काम 40 प्रतिशत भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा पुल न बनने के कारण 15 अगस्त को दो किशोर की जान भी जा चुकी है उनका कहना है कि आठ साल से पुल न बनना व झूले की मरम्मत न करने से उनकी जिंदगी दुश्वार हो गई है। आठ साल से सरकार तमाशबीन बनी हुई है। लेकिन कोई उनकी दिक्कत को गंभीरता से नहीं ले रहा। उन्होंने कहा लोक निर्माण विभाग द्वारा दर्ज करवाई एफआईआर रद की जाए।