कुल्लू|
कुल्लू जिला के थबोली गांव में शाख पर्व को मनाया गया| शाख पर्व में थबोली गांव की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाने वाला त्यौहार विशेषांक शाख माता के नाम से जाना जाता है और इसको घर में लकड़ी की पट्टी पर स्थापित किया जाता है नौवें दिन ऋषि पंचमी के दिन गांव की सभी महिलाएं एक साथ मिलकर अपने घरों से शाख माता को घर से विदाई देकर सभी महिलाएं एक साथ प्राकृतिक जल स्रोतों के पास जाती हैं तथा शाख माता की वहां पर पूजा करने के उपरांत विधिवत विदाई देती है तथा वहां पर सभी एक दूसरे को शाख के रूप में एक दूसरे को आशीर्वाद देते है ।
उसके बाद सभी महिलाएं माता के मंदिर में जाकर कीर्तन भजन करती है । कीर्तन भजन के करने के पश्चात भी सभी एक दूसरे को प्यार और आशीर्वाद का देती है और उसके बाद शाख का पर्व समाप्त हो जाता है प्राचीन समय में शाख कों घरों में स्थापित किया जाता था और नौवें दिन जल स्रोत में जाकर अपने स्थानीय इस देवता को विसर्जित किया जाता है जिसमें थबोली गांव की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा पर्व धूमधाम से मनाया जिसमें गांव की महिलाएं फूला शर्मा, सुनीता शर्मा ,कल्पना शर्मा ,गुलाबी देवी, स्वीटी शर्मा ,डिंपल शर्मा ,विजय शर्मा रमीला शर्मा , सिसला शर्मा ,सुदर्शन शर्मा, पिंगला ,पम्मी ,सोनू ,सुषमा , दीपादेवी, नीरू देवी, किनौरी, उतरा, रश्मि सैना, लता, मानदासी, रक्षा , तोशमादेवी इत्यादि महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया तो तभी माता माता को शक माता को विधिवत विदाई दी।