भुंतर एयरपोर्ट पर हुए थप्पड़ प्रकरण के बाद अब कुल्लू की जनता सरेआम एसपी गौरव सिंह के समर्थन में उतरी है। सोशल मीडिया पर भी तरह-तहर के कमेंट के जरिये एसपी का समर्थन किया जा रहा है। कल यानि शुक्रवार को राजपूत सथा एसपी के समर्थन में धरना-प्रदर्शन करेगी। साथ ही डीसी कुल्लू के माध्यम से राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिला के लोगों का कहना है कि जब से एसपी गौरव सिंह ने कुल्लू की कमान संभाली है, तभी से नशा माफिया पर नुकेल भी लगाई है।
हिमाचल में सबसे कम उम्र में एसपी बनने वाले गौरव सिंह पहले भी अपने काम के लिए चर्चा में रहे हैं। उन्हें उनकी धाकड़ छवि के चलते सिंघम भी कहा जाता है। साल 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी गौरव सिंह पहले बद्दी में बतौर एएसपी सेवाएं दे चुके हैं। उनका यह कार्यकाल खनन और नशा माफिया के लिए सबक सिखाने वाला रहा। यहां के प्रतिनिधि चाहते थे कि वे यहीं पर एसपी लगे। गौरव सिंह को डीजीपी डिस्क अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान इन्हें 30 जून, 2017 में डीजीपी द्वारा प्रदान किया गया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें एसपी के चहेते भी शामिल हो जाएंगे। हम आपको सोशल मीडिया के कुछ कमेंट से रूबरू करवा रहे हैं। बीएल ठाकुर ने लिखा है कि ‘कुछ तो दिल को ऐसा चुभा होगा जो एक ईमानदार आईपीएस का तीसरा शेर जाग गया।’ विशाल शर्मा ने अपनी वाॅल पर लिखा है कि ‘मैं खुद एसपी कुल्लू के साथ ड्रग्स अवेयरनेस पर काम कर चुका हूं। इन्होंने लिखा है कि एसपी एक विजनरी और ईमानदार अफसर है। ऐसा अफसर शायद कुल्लू को दोबारा मिले। आगे इन्होंने लिखा है कि गलती तो सभी से हो जाती है। नेताओं को तो मर्डर और बलात्कार व घोटाले करके भी फिर से मौके मिल जाते हैं। फिर से नेता चुनाव लड़ते हैं।’
जगदीश कौशल ने लिखा है कि ‘सीएम सिक्योरिटी इंचार्ज को एसपी कुल्लू के साथ किये गये निंदनीय व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए।’ राजपूत मुकेश प्रकाश ठाकुर ने लिखा है कि ‘गालियां और व्यवहार पर तो गोलियां चल जाती हैं। यहां तो अपने आत्म सम्मान के लिए थप्पड़ मारा।’ फेसबकु पर यूजर्ज यहीं पर नहीं रूके। उन्होंने हिमाचल बीजेपी को भी सावधान किया है कि आने वाले समय में इस प्रकरण पर अगर सीएम सिक्योरिटी के जवानों को सस्पेंड नहीं किया तो बीजेपी को लेने के देने पड़ेंगे। सरकार की आखिरी गिनती भी शुरू हो गई है। सीएम सिक्योरिटी के जवान नशे में हैं। इसका यह मतलब नहीं है कि किसी ईमानदार आॅफिसर को लात मारी जाए।
इस प्रकरण पर जिला लाहौल स्पीति के समस्त गृह रक्षक स्वयं सेवक ने घोर निंदा की है। संजीव कुमार ने लिखा है कि ‘शर्मनाक वाक्य के लिए एसपी कुल्लू को अपनी पावर का इस्तेमाल करने का समय आ गया है। कुल्लू के एसपी को अब सिंघम बनने की पूरी आजादी है। भले ही तबादला हो जाये पर हिमाचल पुलिस का एक डेमो और होना चाहिए ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो जाए। हरिराम चैधरी ने लिखा है कि ‘क्या भारत प्रहरी अशोक स्तंभ के शेरों को सर और सीने पर धाण किए, किसी भी अधिकारी को लात मारना उचित है? बेशक गौरव सिंह ने सुरक्षा अधिकारी को थप्पड़ मारा हो, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता लेकिन वावर्दी किसी आॅफिसर को उसके जूनियर रेंक के अधिकारी द्वारा उंगली दिखाना, चिढ़ाना भी जायज नहीं है। आगे इन्होंने लिखा है कि आखिर एक कांस्टेबल को एक आईपीएस अधिकारी को लात मारने का अधिकार किसने दिया। मूल प्रश्न भी यही है।