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थुनाग में अवैध रूप से हुआ पेड़ो का कटान..

विजय शर्मा । सुंदरनगर
उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम केहर सिंह खाची ने थुनाग में बाढ़ की आपदा से हुए हालातों के जांच दौरे के बाद एचपीपीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सुंदरनगर में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। प्रेस को संबोधित करते हुए केहर सिंह खाची ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आदेशानुसार उन्होंने थुनाग में हुए बाढ़ हादसे का दौरा किया, जिसमें जाना कि कैसे लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, विद्युत विभाग, वन विभाग और अन्य विभाग प्रभावित लोगों की समस्या का समाधान कर हर सुविधाओं को पूरा कर रहे हैं और संक्षिप्त रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री को सौंपी व बताया गया कि थुनाग हादसे में लगभग 4 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

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केहर सिंह खाची ने थुनाग के सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि निर्धारित समय में इस समस्या को सुलझाएं और व्यवस्था को सुधारने के लिए हर विभाग तत्पर कार्य करें। उन्होंने बताया कि स्थानीय जनता द्वारा शिकायत की गई कि अवैध तरीके से सड़कें बनाने की वजह से वनों को नुकसान पहुंचा है। वन विभाग को भी निर्देश दिए गए कि इस मामले की पूरी जांच कर एक रिपोर्ट तैयार करें ।

उन्होंने बताया कि थुनाग के उसी क्षेत्र में ऐसी घटना तीसरी बार हो चुकी जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए की नाले की चैनेलाइजेशन से कस्बे को सुरक्षित किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना ना घटे। यह भी बताया कि अगर लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है तो अवश्य जांच होगी और जो भी व्यक्ति संलिप्त पाया गया उस पर कार्यवाही होगी। परंतु अभी प्राथमिकता स्थानीय जनता को सहायता पहुंचाने की है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग राजस्व विभाग को निर्देश दिए कि यदि किसी व्यक्ति ने अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा किया है तो उसे अधिग्रहण कर ले।

केहर सिंह खाची ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बाढ़ की आपदा को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं और इस आपदा से बहुत से लोग बेघर हुए हैं जिसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने पूरा विश्वास दिलाया है कि बाढ़ की आपदा से निपटने मे धन की कोई कमी नहीं होगी।

Tek Raj

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