मंडी|
हिमाचल प्रदेश में रविवार को हुई जेओए भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने पत्रकार वार्ता में इस पूरे मामले की जानकारी दी है।
शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पेपर शुरू होने से 30 मिनट पहले प्रश्न पत्र की फोटो लेकर इसे बाहर भेजा गया था। निजी शिक्षण संस्थान के तैनात कर्मचारी गोपाल ने फोटो खींचा था व इसके बाद इसे बाहर भेज दिया गया।
परीक्षा केंद्र के बाहर गूगल सर्च के जरिये सवालों के जवाब लिखे गए। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार कर 10 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। आरोपित राकेश और गोपाल ने इस पूरे प्रकरण की प्लानिंग की थी।
बता दें कि जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (जेओए) आईटी की परीक्षा का रविवार को सुंदरनगर के निजी एमएलएसएम कॉलेज में पेपर लीक हो गया। इस मामले में अब तक निजी स्कूल के एक शिक्षक समेत 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि11 बजे परीक्षा शुरू हुई और करीब 11:30 बजे आरोपी अभ्यर्थी ने ड्यूटी पर तैनात महिला प्राध्यापक से शौचालय जाने का आग्रह किया। युवक वापस आया तो उस पर नकल करने का संदेह हुआ। महिला प्राध्यापक ने जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। परीक्षा अधीक्षक आकर प्राध्यापक के साथ वहां युवक की तलाशी लेने लगे तो उसने प्राध्यापक से हाथापाई कर भागने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ लिया।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उसके पास से प्रश्नों के जवाब बरामद किए। पूछताछ के बाद उसने अपने सहयोगी के बारे में बताया, जिसे बाहर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभ्यर्थियों और कॉलेज स्टाफ से पूछताछ की है। पुलिस आशंका जता रही है कि मामले में और कई लोग शामिल हो सकते हैं। वहीँ इस पुरे मामले को लेकर सरकार ने एक हप्ते के भीतर रिपोर्ट मांगी है।