प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सोमवार को अपने चल रहे आंदोलन को तेज करने की तैयारी की है, क्योंकि महिला प्रदर्शनकारी महिला दिवस के अवसर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई| बता दें कि महिला प्रदर्शनकारी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश भर में दिल्ली के बॉर्डरों और अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने पहुंची |
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन की कमान संभालने के लिए महिलाएं टीकरी बॉर्डर पहुंची हैं। पटियाला से आईं एक प्रदर्शनकारी महिला ने बताया, "सरकार कानून रद्द करे। हम अपने छोटे-छोटे बच्चे छोड़ कर आए हैं।" #FarmersProtest #InternationalWomensDay pic.twitter.com/3thLOUsLX3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2021
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंची महिलाएं एक दूसरे को मेहंदी लगाकर आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता दिखा रही हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने इस मेहंदी को इंकलाबी मेहंदी नाम दिया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंची महिलाएं एक दूसरे को मेहंदी लगाकर आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता दिखा रही हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने इस मेहंदी को इंकलाबी मेहंदी नाम दिया है। #FarmersProtests pic.twitter.com/alvk8vFYFB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2021
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन करती महिला प्रदर्शनकारी। #InternationalWomensDay #FarmersProtest pic.twitter.com/wkXbG758oG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2021
गौरतलब है कि दिल्ली के बॉर्डरों पर कृषि विरोधी कानून ने 100 दिन पूरे कर लिए है|पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान दिल्ली के तीन बॉर्डरों टिकरी, सिंघु और गाजीपुर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों और सरकार ने गतिरोध समाप्त करने के लिए पिछले कुछ महीनों में कई बार बातचीत की है, लेकिन कोई ठोस परिणाम हासिल करने में विफल रहे हैं।