प्रजासत्ता नेशनल डेस्क |
बहुचर्चित बटला हाउस एनकाउंटर केस में साकेत कोर्ट का फैसले में आरोपी आरिज़ खान को दोषी ठहराया गया है| उसकी सजा पर 15 मार्च को फैसला होगा| अदालत ने आरिज खान को धारा 302, 307 और आर्म्स एक्ट में दोषी करार दिया है| आजिर खान इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी है| जिसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरवरी 2018 को गिरफ्तार किया था।
Delhi Court held guilty and convicted Ariz Khan in Batla House encounter case; says the prosecution has successfully proved the case
— ANI (@ANI) March 8, 2021
दरअसल, इस एनकाउंटर की कहानी 13 सितंबर 2008 को दिल्ली के करोल बाग, कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में हुए सीरियल बम ब्लास्ट से शुरू होती है| आरिज़ पर भारत में कई जगहों पर बम धमाके के आरोप हैं, जिनमें 165 लोग मारे गए हैं। आरोप है कि धमाकों के बाद आरिज़ नेपाल भाग गया था और फर्जी पासपोर्ट पर सलीम के नाम से छुपा हुआ था।
दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि बम ब्लास्ट को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया था। इस ब्लास्ट के बाद 19 सितंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि इंडियन मुजाहिद्दीन के पांच आतंकी बाटला हाउस के एक मकान में मौजूद हैं। इसके बाद पुलिस टीम अलर्ट हो गई।
19 सितंबर 2008 की सुबह आठ बजे इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की फोन कॉल स्पेशल सेल के लोधी कॉलोनी स्थित ऑफिस में मौजूद एसआई राहुल कुमार सिंह को मिली|
उन्होंने राहुल को बताया कि आतिफ एल-18 में रह रहा है. उसे पकड़ने के लिए टीम लेकर वह बाटला हाउस पहुंच जाए. राहुल सिंह अपने साथियों एसआई रविंद्र त्यागी, एसआई राकेश मलिक, हवलदार बलवंत, सतेंद्र विनोद गौतम आदि पुलिसकर्मियों को लेकर प्राइवेट गाड़ी में रवाना हो गए|
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल वहां पहुंची थी और वहां पुलिस की आतंकियों से मुठभेढ़ हुई थी। इसमें सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे। उनकी हत्या के मामले में शहजाद अहमद उर्फ पप्पू को दोषी करार दिया जा चुका है।
वहीं बम बनाने में एक्सपर्ट आरिज वर्ष 2007 में उत्तर प्रदेश, 2008 में जयपुर और अहमदाबाद विस्फोट मामले में वांछित है। 13 सितंबर 2008 को आरिज खान अपने साथी आतिफ अमीन, मो. साजिद उर्फ छोटा साजिद, मो. सैफ व शहजाद अहमद उर्फ पप्पू के साथ बाटला हाउस के फ्लैट में मौजूद था। आरिज खान व शहजाद उर्फ पप्पू पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। करीब एक महीने बाद दोनों अलग हो गए थे। हमले के बाद आरिज फरार हो गया था। बाद में आरिज बिहार गया और वहां भारत-नेपाल बार्डर को पार करते हुए विराटनगर पहुंचा।
नेपाल में आरिज ने मो. सलीम के नाम से अपना पासपोर्ट बनवाया था और वह नेपाल में पलपा, कपिलवस्तु और गोरखा क्षेत्र में रह कर रेस्टोरेंट चलाता था। नेपाल में आरिज ने दूसरी शादी कर ली थी। उसे दस साल बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरवरी 2018 को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि बटला हाउस एनकाउंटर पर बॉलीवुड में इसी नाम से एक फिल्म भी बनी है, जो काफी सफल हुई थी। इसमें मुख्य भूमिका जॉन अब्राहम ने निभाई थी, इतना ही नहीं वह इस फिल्म के निर्माता भी थे।