प्रजासत्ता|
ब्रह्मोस के हालिया परीक्षणों के बाद भारत ने मंगलवार को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एंटी-शिप संस्करण का परीक्षण किया। भारतीय नौसेना द्वारा किए जा रहे परीक्षणों के एक भाग के रूप में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के क्षेत्र से मिसाइल परीक्षण किया गया था।
During the test held today around 0925 hours, the DRDO-developed BrahMos supersonic cruise missile with a strike range of 300 Km was launched from Indian Navy’s INS Ranvijay and it successfully hit its target ship near the Car Nicobar Islands in the Bay of Bengal: Sources https://t.co/lBfRpAgdLA
— ANI (@ANI) December 1, 2020
सूत्रों ने कहा, “लगभग 09:25 पर परीक्षण के दौरान डीआरडीओ द्वारा विकसित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 300 किमी की स्ट्राइक रेंज के साथ भारतीय नौसेना के आईएनएस रणविजय से लॉन्च की गई और इसने बंगाल की खाड़ी में कार निकोबार द्वीप समूह के पास अपने लक्ष्य जहाज को सफलतापूर्वक मार दिया।”
यह नवीनतम परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा पिछले दो महीनों में किए गए परीक्षणों की एक सीरीज के भाग के रूप में आता है। 24 नवंबर को ब्रह्मोस के एक जमीनी संस्करण का अंडमान-निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र से परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल ने भारतीय सेना द्वारा किए गए एक परीक्षण में दूसरे द्वीप पर स्थित अपने लक्ष्य को “सफलतापूर्वक” मार गिराया था।
DRDO और रूस की NPO Mashinostroyeniya द्वारा संयुक्त रूप से विकसित BrahMos दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। एक मिसाइल जिसे पनडुब्बियों, जहाज, विमान या भूमि से छोड़ा जा सकता है। ब्रह्मोस ऑपरेशन में सबसे तेज चलने वाली एंटी-शिप क्रूज मिसाइल भी है। एक हाइपरसोनिक संस्करण, जिसे ब्रह्मोस-II कहा जाता है, वह जल्द ही तैयार होगी। ‘ब्रह्मोस’ नाम भारत के ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्कवा नदियों से लिया गया है