प्रजासत्ता नेशनल डेस्क | 16 सितम्बर
SU-30 MKI Fighter Jets: इंडियन एयरफोर्स (IAF) के बेड़े में जल्द ही 12 और सुखोई 30 MKI को शामिल किया जाएगा। बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को करीब 45 हजार करोड़ रुपए के रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 45 हजार करोड़ रुपये के रक्षा खरीद प्रस्तावों से तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की ताकत में और इजाफा होगा।
क्योंकि इस रक्षा मंत्रालय द्वारा फाइटर जेट के साथ-साथ हवा से जमीन पर वार करने वाली ‘ध्रुवास्त्र’ मिसाइलें (Dhruvastra missiles) खरीदीं जाएंगी। इसके अलावा ‘डोर्नियर प्लेन’
(Dornier plane) को अपग्रेड भी किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में DAC यानी रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में मेक इन इंडिया’ पहल के तहत इन रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी मिली है।
इन फाइटर जेट का निर्माण HAL यानी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फाइटर जेट उन विमानों की जगह लेंगे, जो पिछले कुछ सालों में हादसों के शिकार होकर नष्ट हो चुके हैं।
इंडियन एयरफोर्स में शामिल सुखोई-30 MKI फाइटर जेट आधुनिक विमान की कैटेगरी में आते हैं। इस फाइटर जेट की सबसे खास बात ये कि ये एक साथ हवा से हवा और हवा से जमीन पर वार कर सकता है। इसलिए, इसे मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट भी कहा जाता है। SU-30 MKI Fighter Jets रूस के Su-27 का एडवांस वर्जन है। बता दें कि सुखोई में MKI लगा है जिसका मतलब माडर्नाइज़ड कमर्शियल इंडियन (Modernised Commercial Indian) होता है।
SU-30 MKI Fighter Jets की खासियत
सुखोई 30 MKI फाइटर जेट की लंबाई 72 फीट होती है, जबकि इसका विंगस्पैन 48.3 फीट होता है। इस फाइटर जेट का वजन करीब 18 हजार 400 किलोग्राम है। सुखोई 30 MKI फाइटर जेट 2120 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से उड़ान भर सकता है।
सुखोई 30 MKI फाइटर जेट 57 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। इस फाइटर जेट में 4 तरह के रॉकेट, चार तरह के ही मिसाइल और 10 तरह के बम को लगाया जा सकता है। ये एक बार में 8130 किलोग्राम तक के हथियार को उठा सकता है।
सुखोई 30 MKI में दो इंजन होते हैं, जबकि इसमें दो पायलट्स के भी बैठने की जगह होती है। सुखोई 30 MKI में सुरसोनिक मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ को भी लॉन्च किया जा सकता है। अपनी बनावट के कारण सुखोई 30 MKI दुश्मनों को आसानी से मात दे देता है। सुखोई 30 MKI फाइटर जेट करीब 3 हजार किलोमीटर दूर तक दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकता है।