प्रजासत्ता नेशनल डेस्क |
Indian Army Launch Offensive Against Terrorist in jk: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों के खात्मे के लिए सेना पुंछ और राजौरी में सर्च ऑपरेशन चला रही है। भारतीय सेना लगातार जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के साथ मिलकर पिछले 6 दिनों से आतंक के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। भारतीय सुरक्षाबलों के जवान बिना रुके घने जंगलों के बीच आतंकियों की तलाश कर रहे हैं। इस बीच राजौरी और पुंछ में पिछले कुछ दिनों से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
हालांकि सुरक्षा बलों को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। 21 दिसंबर से चल रहे तलाशी अभियान में अभी तक आतंकवादियों का कुछ पता नहीं चला है। आज भी जमीनी अभियान के साथ ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद से राजौरी और पुंछ के घने जंगलों में आतंकियों की तलाश की गई। गश्त बढ़ाने के साथ ही तकनीकी निगरानी को भी बढ़ाया गया है। बता दें कि, राजौरी और पुंछ में 25 से 30 सक्रिय आतंकियों के छुपे होने की आशंका है।
दरअसल, राजौरी और पूंछ की कई जगहों पर प्रकृतिक गुफाएं है, जिसे आतंकी हाइड आउट की तरह इस्तेमाल करते हैं। जंगलों के बीचो-बीच बनी इन गुफाओं में आतंकी इस तरह से छिपे बैठे रहते है कि कई बार जवानों की निगाहों को इन्हें ढूंढने के लिए कड़ी मश्कत करनी पड़ती है। आतंकियों के मददगार भी इन गुफाओं के जरिए उनकी मदद करते हैं। जानकारी के मुताबिक, PoK में आतंकियों द्वारा 18 ट्रेनिंग कैम्प और 37 लॉन्चपैड एक्टिव है, जिसमें 250 के करीब आतंकी रहते हैं, जो हमेशा घुसपैठ की फिराक में रहते हैं।
बता दें कि 21 दिसंबर की शाम करीब पौने 4 बजे राजौरी/पुंछ के सुरनकोट उपखंड में डेरा की गली और बुफलियाज के बीच घने वन क्षेत्रों में दानार सवानिया मोड़ पर आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के दो वाहनों पर हमला कर दिया था, जिसमें 4 जवान शहीद हो गए और तीन घायल हैं। हमले की चपेट में आए सेना के वाहन एक ऑपरेशन के लिए जा रहे थे, जो इलाके में संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट के बाद गुरुवार सुबह शुरू किया गया था।