प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल प्रदेश के सेब बागवानों और अडानी ग्रुप के बीच चल रहे विवाद में अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी कूद गई है। जहां हिमाचल प्रदेश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी सेब खरीद कंपनी अडानी एग्री फ्रेश लिमिटेड को इस बार लगभग 95% बागवानों का विरोधी रोग का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को बॉयकॉट अडानी अभियान का सामना करना पड़ रहा है।
वहीँ इस मामले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी सेब बागवानों के समर्थन में आई है। उन्होंने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस लूट को रोकने के लिए कुछ कर क्यों नहीं रहे हैं?
प्रियंका ने ट्वीट किया है कि, आपदा के इस कठिन दौर में जहां हिमाचल प्रदेश के बाग़बानों पर पहले से ही परेशानियों का पहाड़ टूट रहा था, प्रधानमंत्री जी के मित्र अडानी उनकी परेशानियों को क्यों बढ़ा रहे हैं?”
प्रियंका गांधी ने कहा कि खबरों के मुताबिक़ अडाणी द्वारा खरीद के दाम जारी करने के बाद सेब की पेटियां पहले के मुकाबले एक तिहाई कम दाम में बिक रही हैं। उन्होंने कहा कि “आपदा के समय ऐसा करना शर्मनाक है। जहां हिमाचल प्रदेश के किसानों और बाग़बानों को मदद की ज़रूरत है, वहां उन्हें तोड़ा जा रहा है।”
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि “प्रधानमंत्री जी इस लूट को रोकने के लिए कुछ कर क्यों नहीं रहे?’ अडाणी समूह की इस मामले पर अभी प्रतिक्रिया नहीं आई है। हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में भारी बारिश के कारण जानमाल का बहुत नुकसान हुआ है।
अडानी से बायकॉट
हिमाचल प्रदेश के सेब बागवानों ने अडानी से बायकॉट कर लिया है। मालूम हो कि अडानी ग्रुप प्रदेश में 14-15 साल से सेब कारोबार कर रहा है। लेकिन यह पहला मौका है, जब उसके तीन कंट्रोल एटमॉस्फेयर स्टोर की कुल क्षमता का अब तक 2 प्रतिशत सेब भी नहीं मिल पाया है।
जानकारी के मुताबिक मुताबिक अडानी ग्रुप शिमला जिले के अपने तीन हाईटेक कोल्ड स्टोरो सैंज (ठियोग) मेहंदली (रोहडू)) तथा विथल (रामपुर) को भरने के लिए आवश्यकता से भी कम केवल दो प्रतिशत ही खरीद सका है। बताया जाता है कि इन तीनों प्लांट की क्षमता 25000 में रिटर्न है जबकि अभी तक केवल 400 मेट्रिक टन ही खरीद पाई है।
मंडियों में उतकर सेब की खरीद करेगा अडानी ग्रुप
दरअसल, अदाणी पर बागवान चार-पांच साल से सेब के रेट गिराने के आरोप लगा रहे हैं। इससे नाराज ज्यादातर बागवान इस बार अदाणी को सेब नहीं दे रहे। स्टोर खाली रहने के बाद अदाणी अब मंडियों में उतकर सेब की खरीद करेगा। यह पहला अवसर होगा, जब अदाणी को स्टोर भरने के लिए मंडियों में जाना पड़ रहा है। मंडियों में किस तरह सेब की खरीद की जाए, इसे लेकर एक-दो दिन में अदाणी प्रबंधन फैसला करेगा।
सेब मार्केट गिराने पर भड़की Priyanka Gandhi Vadra